रांची (Ranchi)। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू (MP Dheeraj Prasad Sahu) इन दिनों खजाने की वजह से चर्चा में हैं। उनके घर और ठिकानों से कुबेर का इतना खजाना (Kuber’s so much treasure) मिला है कि आयकर विभाग तीन दिन बीतने के बाद भी गिन नहीं पाया है। शनिवार को चौथे दिन नोटों की गिनती खत्म हो सकती है। नोटों से भरी अलमारी मिलने के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। वहीं यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। अपने नेता के बचाव में पार्टी का कहना है कि साहू का करोड़ों का कारोबार है।
ईडी भी कर सकती है कार्रवाई
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के खिलाफ आयकर के बाद ईडी भी कार्रवाई कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, धीरज व संबंधित शराब कंपनियों के खिलाफ प्रेडिकेट ऑफेंस की पड़ताल करने का निर्देश ओडिशा ईडी जोनल ऑफिस को दिया गया है। अंदेशा है कि छतीसगढ़ चुनाव के बाद इन पैसों को एक जगह जमा रखा गया था। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। एजेंसियां इस पहलू पर पड़ताल कर रही हैं।
तीन दिनों से जारी है नोटों की गिनती
आयकर विभाग को रेड में अथाह कैश बरामद हुआ है। जब्त किए गए पैसों की गिनती में बैंक स्टाफ के साथ 30 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं। नोटों को गिनने के लिए आठ से मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। जानकारी है कि मशीनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। विभाग को रकम बलांगीर जिले में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के परिसर से अलमारियों के अंदर मिली है। इसके अलावा ओडिशा के संबलपुर और सुंदरगढ़, झारखंड के बोकारो और रांची में भी रेड की गई है।
कौन हैं धीरज साहू
बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, बौध डिस्टिलरीज की एक समूह कंपनी है, जो छापेमारी में शामिल है, धीरज से जुड़ी हुई है।
धीरज 2010 से झारखंड से राज्यसभा में कांग्रेस सांसद हैं।
धीरज एक बिजनेसमैन हैं और उनका परिवार लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ा हुआ है।
लोहदरगा निवासी साहू पूर्व सांसद शिव प्रसाद साहू के भाई हैं।
पीएम मोदी के आईटी छापे को लेकर ट्वीट किए जाने के बाद कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर आ गई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved