भोपाल: मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) 12 दिसंबर को हीरा उद्योग की जमीन का भूमि पूजन करेंगे. कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान (Cabinet Minister Nagar Singh Chauhan) के हीरा उद्योग लगाने के प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी है. मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) गुरुवार को हीरा उद्योग की जमीन का भूमि पूजन करेंगे. अलीराजपुर जिले के ग्राम छकतला और बखतगढ़ क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर हीरे तराशने के कार्य किया जा रहा है.
अब तक क्षेत्र के कुशल कारीगरों में हीरे तराशने का हुनर होने के बावजूद उन्हें गुजरात जाकर कार्य करना पड़ता है. साथ ही इससे जिले के कुशल कारीगरों के पलायन की समस्या भी बढ़ती है. कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान ने हीरा उद्योग लगाने के प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव मुख्यमंत्री मोहन यादव को भेजा था. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इसे हरी झंडी दे दी.
12 दिसंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव अलीराजपुर दौरे के दौरान हीरा उद्योग की जमीन का भूमि पूजन भी करेंगे. हीरा उद्योग अलीराजपुर जिले में लगने से कुशल कारीगरों को गुजरात की ओर मजदूरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा. कारीगर करीब 25 से 30 हजार रुपये महीना अपने जिले में ही कमा पाएंगे. आदिवासी बहुल अलीराजपुर में कोरोना के दौर से मजदूरों ने सबक लिया और जिले में हीरे तराशने का काम शुरू कर दिया. अब पिछले 2 साल से हीरे तराशने का काम गुजरात से यहां आ रहा है.
अलीराजपुर के हीरा तराशने वाले कारीगर सूरत जाने के बजाय जिले में ही काम करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. पिछले कई सालों से यहां के कारीगरों का सूरत में जाकर नौकरी करना पेशा बन गया था. सूरत में हीरा कारीगर दशकों से अपनी सेवाएं देते रहे हैं. अब जिले में खुली कुछ यूनिटों में करीब 500 करीगरों को रोजगार मिल हुआ है. अब अन्य कंपनियां भी उद्योग शुरू करने पर विचार कर रही हैं. उद्योग के लिए अलग से जमीन पर यहां कारीगरों को ज्यादा रोजगार मिलेगा और काम करने के लिए अन्य राज्य में नहीं जाना पड़ेगा.
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