नई दिल्ली। श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने कप्तानी कौशल के लिए भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की सराहना की है।
मुरली ने कहा कि धोनी की कप्तानी के बारे में सबसे अच्छी बात यह थी कि उन्होंने गेंदबाज पर हमेशा भरोसा किया और उन्हें अपनी फील्ड खुद सेट करने की आजादी दी।
मुरली ने आर अश्विन के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर कहा, “निश्चित रूप से वह एक युवा कप्तान थे। यह 2007 विश्व कप था, जब उन्होंने कप्तानी की, और जीत हासिल की। उनके सिद्धांत बहुत अच्छे हैं। वह गेंदबाज को गेंद देते हैं और कहते हैं कि अपने हिसाब से फील्ड जमा लो। अगर यह काम नहीं करता था तो वह अपनी फील्ड लगाकर उसे मौका देते थे।”
मुरली, जोकि आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में धोनी के नेतृत्व में खेल चुके हैं, ने कहा कि धोनी जब भी गेंदबाज के लिए ताली बजाते थे जब उसकी गेंद पर छक्का लग जाता था।
उन्होंने कहा, “वह (धोनी) अच्छी गेंद पर छक्का लगने पर गेंदबाज के लिए ताली बजाते थे। वह गेंदबाज को बताते थे कि यह अच्छी गेंद थी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बल्लेबाज ने आपको छक्का मारा। बल्लेबाजों के पास भी हिट करने की प्रतिभा होती है।”
मुरली ने कहा कि धोनी गेंदबाज को अकेले में ले जाकर यह समझाते हैं कि उसे क्या करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कप्तानी के शुरुआती दिनों में धोनी अपने सीनियर खिलाड़ियों की बात भी ध्यान से सुनते थे।
धोनी ने 10 संस्करणों में सीएसके की कप्तानी की है और वे इस साल सितंबर में एक बार फिर मैदान पर वापसी करेंगे। आईपीएल 2020 का सत्र 19 सितंबर से लेकर 10 नवंबर तक यूएई में खेला जाएगा। (एजेंसी, हि.स.)
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