भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (Madhya Pradesh High Court) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench) के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला (historical Bhojshala of Dhar) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग (Archaeological Survey of India (ASI) Department) का सर्वे (Survey) गुरुवार को 42वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 17 अधिकारियों की टीम 20 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
एएसआई सर्वे के 42वें दिन भोजशाला में गर्भगृह के साथ ही बाहरी परिसर में काम हुआ। गर्भगृह की पश्चिम दिशा में मिट्टी हटाने का काम तेजी से किया गया। टीम ने उन स्थानों पर विशेष रूप से फोकस किया, जहां जीपीआर मशीनों से सर्वे किया जाना है। वहां मिट्टी हटाई गई। वहीं, भोजशाला परिसर में गर्भगृह के सामने खुदाई के दौरान चार सिक्के भी मिले हैं, जिनकी क्लीनिंग की गई है। हिंदू पक्ष का दावा है कि यह सिक्के परमार काल के हैं। गुरुवार को राजस्व विभाग की टीम भी भोजशाला पहुंची। इसमें तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा परिसर की नपती की गई।
सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला परिसर के गर्भगृह के सामने आठ पॉइंट चिन्हित किए गए थे, उसमें सात पॉइंट से मिट्टी हटाने का काम किया गया। जीपीआरएस की सर्वे टीम ने एक पॉइंट खेत में चिन्हित की गई थी, वहां टेंट लगाकर मिट्टी हटाने का काम जारी रहा। खुदाई में मिले पाषाण पर उभरे शिलालेख के पढ़ने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। टीम के कुछ सदस्यों को धार पहुंचना था, लेकिन वे किसी कारण पहुंच नहीं पाए। अब वे सोमवार के बाद ही पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर यह सर्वे हो रहा है, उस उद्देश्य की पूर्ति होती दिखाई दे रही है। आज राजस्व विभाग की टीम भी पहुंची थी। उन्होंने 405-406 खसरे की नपति की है। जहां-जहां खुदाई हुई है, उनकी भी नपती की गई है।
वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि मॉन्यूमेंट्स में पीछे की ओर पश्चिम की ओर खुदाई जारी रही। नए साइड पर काम चालू किया गया है, जो कि स्मारक से 19 मीटर की दूरी पर है। उत्तर-दक्षिण में क्लीनिंग का काम जारी रहा। राजस्व की टीम ने आज सीमांकन का कार्य किया है। आज भी दरगाह परिसर में काम बंद रहा। आज भोजशाला के अंदर की तरफ और पीछे की तरफ ही काम किया गया। पश्चिम क्षेत्र में एक नया ट्रेंच खुला है, उसमें आठ इंच खुदाई की गई है।
22 मार्च से शुरू हुआ था भोजशाला में सर्वे
गौरतलब है कि एएसआई की टीम ने ज्ञानव्यापी की तर्ज पर भोजशाला में 22 मार्च को सर्वे का काम शुरू किया था। इसके लिए कोर्ट ने छह सप्ताह यानी 42 दिन का समय दिया था। यह समय गुरुवार को पूरा हो चुका है। अब शुक्रवार, 3 मई से जो सर्वे शुरू होगा, वह अतिरिक्त समय वाला सर्वे होगा। दरअसल, 29 अप्रैल को कोर्ट ने एएसआई को सर्वे के लिए आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय प्रदान किया है। इसकी समय सीमा तीन मई से 27 जून रहेगी।
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