नई दिल्ली। पक्षपात का आरोप लगाते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ एकजुट हुए विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी के बीच सभापति ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर विपक्ष को साधने का प्रयास किया है। संसद के इतिहास में पहली बार सभपति के खिलाफ लाए जा रहे प्रस्ताव को टालने के लिए किए जा रहे इस प्रयास में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है और ऐसे में उक्त प्रस्ताव गिरने से जहां विपक्षियों को मात मिलेगी, वहीं राज्यसभा की मर्यादा भी गिरेगी।
सभापति से विपक्षी की नाराजगी का आलम यह है कि पिछले कुछ दिनों से इंडिया ब्लॉक के प्रदर्शनों से दूर-दूर नजर आ रहे टीएमसी और सपा के सांसद भी एकजुुट हो गए हैं और उन्होंने भी अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। सभापति को हटाने के प्रस्ताव 50 सदस्यों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है, लेकिन सभापति धनखड़ के खिलाफ प्रस्ताव पर 70 सदस्यों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। अब सभापति द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें वे नाराज सदस्यों को मनाने का प्रयास करेंगे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved