नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) से पिछले 2 सालों से जूझ रहे देश और दुनिया (country and world) के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। DCGI की विशेषज्ञ समिति (SEC) ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की नेजल वैक्सीन (nasal vaccine) को बूस्टर डोज (booster dose) के तौर पर मान्यता दे दी है। इस संबंध में बीते मंगलवार को एक्टपर्ट्स कमिटी (experts committee) की अहम बैठक भी हुई थी। इस तरह नेजल वैक्सीन को कोरोना के बूस्टर डोज के चौर पर इमरजेंसी यूज के लिए अनुमति मिल गई है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की एक्सपर्ट कमिटी ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर मान्यता दे दी है। इस संबंध में मंगलवार को एक अहम मीटिंग भी हुई थी। इसमें भारत बायोटेक कंपनी की नेजल वैक्सीन (नाक के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन) को बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी देने पर विचार किया गया।
दरअसल, कंपनी ने इसके इस्तेमाल के लिए सरकार से मंजूरी मांगी थी। भारत बायोटेक का कहना है कि दो डोज लगवा चुके लोगों को अगर बूस्टर डोज दिया जाता है तो उसकी नेजल वैक्सीन अच्छा विकल्प साबित हो सकती है। बूस्टर डोज के तौर पर इस वैक्सीन के लगने के बाद भी अगर कोरोना हो गया तो मरीज के हॉस्पिटल जाने की संभावना काफी कम हो जाएगी।
DCGI’s Subject Expert Committee (SEC) grants ‘in principle’ approval to Bharat Biotech for conduct of ‘Phase III superiority study & Phase III booster dose study’ for its intranasal COVID vaccine; asks it to submit protocols for approval pic.twitter.com/s39HKqpRyg
— ANI (@ANI) January 5, 2022
ट्रायल शेड्यूल के अनुसार, भारत बायोटेक 5,000 स्वस्थ लोगों पर क्लीनिकल ट्रायल करेगा, उनमें से 2,500 लोगों को कोविशील्ड और अन्य 2,500 को कोवैक्सिन का टीका लगा होना चाहिए। दूसरे COVID-19 वैक्सीन से छह महीने की समयावधि के बाद इंट्रानैसल बूस्टर खुराक दी जाएगी।
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