उज्जैन। आज महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में कल रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमा है और आज सुबह भस्मार्ती के बाद दर्शनों का सिलसिला शुरू हुआ लेकिन मंदिर के आसपास इतनी भीड़ है कि पुलिस संभाल नहीं पा रही है। पिछले 15 दिनों से आज विशेष पर्व के लिए प्रशासन ने तैयारी की थी लेकिन वह आज सुबह कहीं दिखाई नहीं दी और लोग परेशान होते नजर आए। मंदिर के आसपास के सारे रास्ते बंद हो गए और लोग शिकायत लेकर थाने तक भी नहीं पहुँच पाए। ऐसे में चोर उठाईगिरों ने जमकर चाँदी काटी। आज महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर भगवान दूल्हा बने हैं और उनके इस रूप के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का मजमा मंदिर के आसपास लगा हुआ है। दर्शनार्थियों को मंदिर तक पहुँचने के लिए चारधाम मंदिर की ओर से भेजा जा रहा है और आगे के समीप रास्ते बंद कर दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने महाकाल मंदिर पर व्यवस्था संभालने के लिए 16 सौ पुलिसकर्मियों का बल लगाया गया हुआ है लेकिन सुबह से यहाँ पुलिस से व्यवस्था नहीं संभल रही है और स्थिति बेकाबू बनी हुई है। मंदिर के आसपास के सभी रास्ते बंद होने से एक ही मार्ग पर सारा दबाव बना हुआ है और इस भीड़ में श्रद्धालुओं के साथ जेबकटी और मोबाईल चोरी की भी घटनाएँ हो रही हैं। सभी रास्ते बंद होने के बाद वारदात का शिकार हो रहे लोग शिकायत करने के लिए थाने तक भी नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि थाने पहुंचने का रास्ता भी ब्लॉक किया हुआ है।
महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालु रात से ही पहुंचना शुरू हो गए हैं लेकिन दर्शन भस्म आरती के बाद शुरू किए गए सुबह साढ़े 5 बजे से दर्शनों का सिलसिला हुआ जो आज देर रात तक चलेगा प्रति मिनट 120 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की व्यवस्था प्रशासन ने की है। इधर आज सुबह भस्मारती के बाद चारधाम मंदिर के सामने प्रवेश के लिए लगाए गए बेरिकेट्स क्षेत्र में लोगों की भीड़ बेकाबू हो गई। महाशिवरात्रि पर महाकाल दर्शन के लिए रात से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटने लगे थे। आज सुबह 3:30 बजे भस्म आरती हुई और उसके बाद श्रद्धालुओं को सुबह 5:30 बजे से दर्शन के लिए छोड़ा गया। चारधाम मंदिर के सामने से आम श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेटिंग की गई थी, यहाँ से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा था। इस दौरान जैसे ही मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरु हुआ तो कुछ देर के लिए चारधाम मंदिर के सामने बेरिकेट्स के घेरे में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई। इस कारण धक्का-मुक्की जैसी स्थिति बन गई। भीड़ को बेकाबू होता देख वहाँ तैनात सुरक्षा व पुलिसकर्मियों को बेरिकेट्स को टूटने से बचने के लिए मशक्कत करना पड़ी। कुछ देर बाद हालांकि स्थिति सामान्य हो गई थी। इधर देर रात से 2 किलोमीटर पैदल चलकर श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुँच रहे हैं। वहीं दर्शन करने के उपरांत भी उन्हें वापस निकलने के लिए उतना ही पैदल घूमना पड़ रहा है। इस प्रकार आम श्रद्धालु को 2 से 3 किलोमीटर का राउंड महाकाल के दर्शन के लिए लगाना पड़ रहा है। बाहर से आने वाले आम श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन ने कर्कराज मंदिर पर पार्किंग की व्यवस्था की है, वहीं गंगा गार्डन के सामने से उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है।
1 घंटे में 800 श्रद्धालु कर रहे हैं दर्शन
आज सुबह दर्शनों का सिलसिला शुरु होने के बाद एक घंटे में लगभग 700 से 800 श्रद्धालु दर्शन कर पा रहे हैं। इस हिसाब से दोपहर तक 1 लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। दिनभर आज दर्शनों का सिलसिला चलेगा। लंबी बेरिकेटिंग से महाकाल के आसपास और सामने की ओर भीड़ दिखाई नहीं दे रही है, वहीं रुद्र सागर की ओर विकास कार्य चलने से उधर किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, इसलिए भीड़ का पूरा लोड हरसिद्धि चौराहे और चारधाम मंदिर चौराहे पर है। यहाँ श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी हुई है, वहीं शाम को होने वाले दीप महोत्सव को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में आसपास के क्षेत्र से श्रद्धालु आए हैं।
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