मुंबई। महाराष्ट्र(Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। आईपीएस रश्मि शुक्ला(IPS Rashmi Shukla) फोन टैपिंग मामले में फडणवीस को नोटिस भेजा गया है। मुंबई पुलिस(Mumbai Police) ने सीआरपीसी 160 के अंतर्गत यह नोटिस भेजा है। उन्हें मुंबई के बीकेसी पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
फडणवीस ने कहा कि मुझे मुंबई पुलिस की तरफ से नोटिस भेजा गया है और कल सुबह 11 बजे बीकेसी पुलिस स्टेशन में बुलाया गया है। मैं अपना बयान दर्ज करवाने के लिए वहां जरूर जाऊंगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार फडणवीस कल यानी रविवार को मुंबई के साइबर पुलिस स्टेशन नहीं जाएंगे बल्कि पुलिस खुद उनके घर जाकर उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड करेगी। गृह विभाग से चर्चा के बाद मुंबई पुलिस ने यह फैसला लिया है।
राजनेताओं के फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए बनाई गई समिति द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में आईपीएस रश्मि शुक्ला दोषी पाई गई हैं। इस प्रकरण में पुणे के बंड गार्डन थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद रश्मि शुक्ला ने बॉम्बे हाई कोर्ट में गिरफ्तारी से बचने के लिए याचिका दर्ज की थी। जिसमें उन्हें एक अप्रैल तक गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी गई है। रश्मि शुक्ला पर यह आरोप है कि उन्होंने एसआईडी में रहते हुए कुछ मंत्रियों के गैरकानूनी ढंग से फोन टेप किए थे। जिसमें कांग्रेस नेता नाना पटोले, संजय काकड़े, आशीष देशमुख, बच्चू कडू का नाम शामिल है। अब ठाकरे सरकार फडणवीस की जांच करने वाली है।
फोन टैपिंग के दौरान यूज किए गए कोडनेम
नाना पटोले ने तब यह भी आरोप लगाया था कि उनकी जानकारी में एक केंद्रीय मंत्री के पीए, एक पूर्व सांसद व कुछ अन्य लोगों के भी फोन टैप किए गए थे। तीन पन्नों की प्राथमिकी के अनुसार शुक्ला ने पटोले, तत्कालीन भाजपा विधायक आशीष देशमुख, निर्दलीय विधायक बच्चू कडू और निर्दलीय राज्यसभा सदस्य संजय काकड़े के फोन टैप करते समय कोडनेम का इस्तेमाल किया था।
किन कोडनेम का यूज
पटोले के नंबर का कोडनेम ‘अमजद खान’, काकड़े को ‘तरबेज सुतार’ और ‘अभिजीत नायर’, आशीष देशमुख को ‘रघु चोरगे’ और ‘हिना महेश सालुंके’, वहीं बच्चू कडू का नाम ‘निजामुद्दीन शेख’ रखा गया था।
हैदराबाद में तैनात हैं रश्मि शुक्ला
शुक्ला मार्च 2016 से जुलाई 2018 तक पुणे की पुलिस आयुक्त थीं और इस समय प्रतिनियुक्ति पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पद पर हैदराबाद में तैनात हैं। साल 2021 में महाराष्ट्र विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान एक सदस्य के सवाल के जवाब में वर्ष 2015 से वर्ष 2019 के बीच नेताओं के फोन की कथित गैर-कानूनी टैपिंग के आरोपों की जांच के लिए तत्कालीन डीजीपी संजय पांडेय की अध्यक्षता में समिति बनाई गई थी।
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