नई दिल्ली । महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट (Political Crisis in Maharashtra) के बीच पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने भाजपा अध्यक्ष (BJP President) जे. पी. नड्डा (J.P. Nadda) से मुलाकात की (Meets)। बैठक (Meeting) एक घंटे तक चली (Lasted for about An Hour) । सूत्रों ने कहा कि बैठक का एजेंडा मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर केंद्रित था।
सूत्रों ने कहा, “महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का भविष्य अधर में लटक गया है और सरकार की निरंतरता पर पूरी तरह से अनिश्चितता है। नड्डा और फडणवीस के बीच हुई इस बैठक का एजेंडा वर्तमान राजनीतिक स्थिति और पार्टी की भविष्य की कार्रवाई पर केंद्रित था।”
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह भी नड्डा के आवास पर पहुंच गए हैं। पता चला है कि फडणवीस महाराष्ट्र के हालात पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे। इससे पहले दोपहर में फडणवीस भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि फडणवीस केंद्रीय नेतृत्व को महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात से अवगत कराएंगे। सूत्रों ने कहा, “फडणवीस पार्टी की भविष्य की कार्रवाई पर भी चर्चा करेंगे।”
यह अनिश्चितता एमवीए सरकार को परेशान कर रही है, वहीं भाजपा राजनीतिक घटनाक्रम का बारीकी से पालन कर रही है और उसने वेट एंड वॉच की नीति अपनाई है। सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करने के लिए सोमवार को मुंबई में महाराष्ट्र बीजेपी राज्य कोर कमेटी की बैठक हुई।
महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने पार्टी के ज्ञात रुख को दोहराते हुए कहा, “अभी तक हमें इस मामले में किसी से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। जब भी यह प्राप्त होगा, हम इस पर विचार करेंगे और जरूरत पड़ने पर एक और कोर कमेटी की बैठक बुलाएंगे।”
महा विकास अघाड़ी सरकार पर पिछले हफ्ते उस समय एक राजनीतिक संकट खड़ा हो गया, जब मंत्री एकनाथ शिंदे सहित शिवसेना के विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया। भाजपा के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि पार्टी 2019 वाली स्थिति की पुनरावृत्ति से बचने के लिए महाराष्ट्र में बदलती राजनीतिक स्थिति के बीच सावधानी से चल रही है, जब देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और बाद में संख्या की कमी के कारण इस्तीफा देना पड़ा था।
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