भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आम जनता की सक्रिय सहभागिता से ही मप्र सुशासन के क्षेत्र में देश के सामने उदाहरण बनकर खड़ा हो सका है। आज से 15 वर्ष पहले मध्यप्रदेश जिन क्षेत्रों में बहुत पीछे था और बीमारू राज्य कहलाता था, उन क्षेत्रों में लगातार प्रगति के प्रयास किए गए, जिसका परिणाम यह है कि मध्यप्रदेश पहले विकासशील राज्य बना और अब विकसित प्रदेशों की पंक्ति में खड़ा है। मप्र में जन-भागीदारी से विकास का मॉडल लागू किया गया है। पिछले 2 साल में कोविड महामारी के नियंत्रण में इस मॉडल की उपयोगिता सिद्ध हुई। वे नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में मप्र सुशासन और विकास रिपोर्ट 2022 के लांचिंग समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अनेक केन्द्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और मध्यप्रदेश कैडर के अखिल भारतीय स्तर के प्रशासनिक, पुलिस और वन सेवा के अधिकारी भी उपस्थित थे।
देश के लिए उदाहरण बनी लाडली
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इन्फ्रा सेक्टर में 48 हजार करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना में 10 हजार करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। जल जीवन मिशन के कार्यों में 12 हजार करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। लाडली लक्ष्मी योजना की सफलता देश के लिए उदाहरण बनी है। प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मियाँ हैं। बालिका और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में लगातार कार्य हो रहा है।
मप्र में मनाए जा रहे उत्सव
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रतिदिन पौधा लगाते हैं। पौध-रोपण से एकात्म हो गए हैं। नागरिकों से भी अपने जन्मदिन, परिजन के जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ आदि पर पौधे लगाने का आग्रह किया गया है। कुपोषण की समाप्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुसार एडाप्ट एन आँगनवाड़ी अभियान चलाया जा रहा है। किसान भी आँगनवाड़ी केन्द्रों के लिए सहयोग देते हैं। पानी और बिजली बचाने का काम किया जा रहा है। मेरा गाँव, मेरा तीर्थ की भावना को विस्तार दिया गया है। ग्रामों और नगरों के गौरव दिवस मनाए जा रहे हैं। इस क्रम में आज नर्मदापुरम जिले के माखन नगर में प्रख्यात कवि और स्वतंत्रता सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के गृह नगर में गौरव दिवस मनाया गया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved