कराची: अरब सागर में लंबे समय तक बने रहने वाले चक्रवात बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) ने अब कई देशों में अपना आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. खासकर भारत और पाकिस्तान के अलग-अलग राज्यों में इसका बड़ा असर देखने को मिलने लगा है. बात भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की करें तो चक्रवात बिपरजॉय पकिस्तान में बड़ी तबाही मचा सकता है.
बिपरजॉय के 15 जून को भारत के गुजरात पोर्ट और पाकिस्तान (Pakistan) के कराची पोर्ट (Karachi Port) से टकराने की आशंका जताई गई है. पाकिस्तान के मौसम विभाग (PMD) ने भी अलर्ट जारी किया है और मौसम विभाग ने कराची में बादल फटने (Cloudburst) जैसी घटनाओं की आशंका जताई है. इसके चलते सिंध प्रांत में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. सेना की तैनाती कर दी गई है और निचले इलाकों में रह रहे लोगों को रेस्क्यू कराकर सुरक्षित जगह पर भेजा जा रहा है.
पाकिस्तान मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि बिपरजॉय की तीव्रता और गंभीरता बरकरार है. इसके 15 जून को लैंडफॉल बनाने की उम्मीद है. कराची और बलूचिस्तान के कुछ हिस्सों के साथ-साथ सिंध में भी इसके तबाही मचाने की उम्मीद जताई जा रही है. सिंध सरकार ने प्रांत के दक्षिणी हिस्सों में लोगों के लिए बढ़ते संकट से बचाव के कई बड़े कदम अख्तियार किये हैं.
सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने कहा कि सुजावल, बादिन और थट्टा जिलों में 32,466 लोगों के साथ-साथ करीब 70 इमारतों के लोग कराची, चक्रवाती तूफान की चपेट में थे. इन सबको सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों से अपील नहीं बल्कि उनसे घर खाली करने के लिए भी कह रहे हैं. सोशल मीडिया, मस्जिदों और रेडियो स्टेशनों के जरिये अलर्ट जारी किया गया है.
पीएमडी अलर्ट के मुताबिक सोमवार को पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बना अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान पिछले 24 घंटों में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है. सोमवार की रात, यह कराची से लगभग 550 किमी दक्षिण, थट्टा से 530 किमी दक्षिण और ओरमारा से 650 किमी दक्षिण-पूर्व में था.
पाकिस्तान के डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक मुख्य मौसम विज्ञानी डॉ. सरदार सरफराज ने कहा, ‘जबकि चक्रवाती तूफान का एक बड़ा द्रव्यमान भारतीय गुजरात के कच्छ क्षेत्र से टकराने की संभावना है, इसकी बाहरी परिधि निचले सिंध को पार करने की उम्मीद है.’
वहीं आज मंगलवार से निचले सिंध, विशेष रूप से सुजावल, थट्टा, बादिन, मीरपुरखास, थारपारकर और उमरकोट जिलों में तेज हवाएं, धूल भरी आंधी और गरज के साथ भारी से अत्यधिक बारिश होने की उम्मीद है. विभाग की ओर से जारी हाल के अलर्ट के मुताबिक चक्रवात द्वारा उत्पन्न निरंतर सतही हवाओं की अधिकतम गति करीब 140-150 किमी प्रति घंटे है जोकि 170 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती है.
सीएम ने केटी बंदरगाह का दौरा किया
इस बीच, सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने तूफान के संभावित लैंडफॉल से पहले व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए केटी बंदरगाह का दौरा किया. सरकार कमजोर लोगों को अधिक सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है.
सिंध सीएम ने की संबंधित स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग्स
उन्होंने कहा कि इब्राहिम हैदरी, रेहड़ी गोठ, लठ बस्ती, चश्मा गोठ और अन्य क्षेत्रों से निकासी और नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के लिए सभी संबंधित स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठकें की हैं. बैठक के दौरान, आयुक्त हैदराबाद बिलाल मेमन ने कहा कि संवेदनशील 41 जगहों में से 23 जाति में, 10 तालुका शाह बंदर में और आठ खारो छान में स्थित हैं. बैठक में बताया गया कि इन तीन तालुकों में 105 गांव, 9,194 घर, 53,522 लोग और 6,120 पशुधन कमजोर हालात में हैं.
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