अहमदाबाद। पिछले चार-पांच दिनों से हो रही तेज बारिश से आधा हिंदुस्तान बाढ़ की चपेट में है । उत्तर से दक्षिण तक कई राज्य बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। वहीं इन दिनों बाढ़ से सबसे ज्यादा गुजरात प्रभावित है। गुजरात के कई जिलों में बाढ़ बेकाबू हो गई है, जिससे चारों ओर तबाही का मंजर पसर गया है। यहां के कई नदी नाले खतरे के निशान को पार कर चुके हैं, जिससे सड़क यातायात बंद होने से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। गुजरात के भावनगर में उफनती नदी में सैकड़ों मवेशी बह गए हैं। इनमें ज्यादातर गाय हैं, जिन्हें अब तक बचाया नहीं जा सका है। नदी की तेज धारा में मवेशी एक लाइन से बहते ही चले जा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण इन मवेशियों को बचाने की कोशिश रस्सी डालकर कर रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक सफलता नहीं मिली है। दूसरी तरफ अहमदाबाद और बड़ोदरा में नदियों में उफान आने से बाढ़ का पानी सड़कों में आ गया है । नदियों के मगरमच्छ अब अहमदाबाद और बड़ोदरा की सड़कों पर घूमते दिखाई दे रहे हैं, जिससे रिहायशी इलाकों में दहशत फैल गई है। बड़ोदरा में मगरमच्छ का एक बच्चा रिहायशी इलाके में घुस गया जिससे लोग डर गए। लोगों ने जब वन विभाग को मगरमच्छ के बच्चे की घुसने की सूचना दी तो वन विभाग ने वहां आकर किसी तरह लंबी जद्दोजहद के बाद मगरमच्छ के बच्चे को जाल में बंद कर सुरक्षित जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। इधर द्वारका की एक विकराल रूप धारण कर चुकी नदी में तीन राहगीर पुल को पार करने की कोशिश की लेकिन तेज बहाव में वह तीनों बह गए। वहां मौजूद ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को डूबने से बचा लिया लेकिन 2 लोगों की डूबने से मौत हो गई है, जिनके शव नदी से निकाले जा रहे हैं। वहीं द्वारका के ही खंभालिया क्षेत्र में पुल के ऊपर तेज बहाव में एक यात्रियों से भरी बस फंस गई, जिससे मुसाफिरों की जान आफत में पड़ गई। वहां के ग्रामीण रस्सी के सहारे इस बस को निकालने में सफलता हासिल कर ली है। इसके साथ ही बस में फंसे यात्रियों को बचा लिया है। इसके अलावा वडोदरा में एक नदी के तेज बहाव में कार डूब गई। आनन-फानन में एनडीआरएफ की टीम ने नाव से कार में फंसे कार सवारों को जिंदा बचा लिया है। इधर मध्य प्रदेश और राजस्थान के भी कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
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