नई दिल्ली। कोरोना के प्रकोप से दुनिया का हर देश प्रभावित है। कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं धराशायी हो गईं। इस बीच बीते साल 2021 में चीन की अर्थव्यव्स्था में सुधार देखने को मिला। चीनी सरकार की ओर से सोमवार को कहा गया कि चुनौतियों के बावजूद चीन की अर्थव्यवस्था 8.1 प्रतिशत बढ़कर लगभग 18 ट्रिलियन डॉलर हो गई।
नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (NBS) द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन की अर्थव्यवस्था पिछले साल की चौथी तिमाही में चार फीसदी की दर से बढ़ी, जो तीसरी तिमाही में 4.9 फीसदी की वृद्धि से भले ही धीमी है। लेकिन 2021 में ओवरआल विकास दर को 8.1 प्रतिशत तक बढ़ाने का काम किया। जीडीपी वृद्धि भी सरकार द्वारा वर्ष के लिए निर्धारित छह प्रतिशत लक्ष्य से अधिक रही है। सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, चीन की अर्थव्यवस्था ने 2021 में कोरोना महामारी सहित कई चुनौतियों के बावजूद स्थिर विकास दर्ज किया।
सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, चीन का फिक्स्ड-एसेट निवेश 2021 में साल दर साल 4.9 फीसदी बढ़ा है। एनबीएस के अनुसार पिछले साल, अचल संपत्ति निवेश 54.45 ट्रिलियन युआन (लगभग 8.56 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर) से अधिक था। आंकड़ों से पता चलता है कि निजी क्षेत्रों द्वारा निवेश पिछले साल 7 प्रतिशत बढ़कर लगभग 30.77 ट्रिलियन युआन हो गया। वहीं उपभोक्ता वस्तुओं की चीन की खुदरा बिक्री (खपत वृद्धि का एक प्रमुख संकेतक) 2021 में साल दर साल 12.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
एनबीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि यह गति 6 प्रतिशत से ऊपर के सरकारी लक्ष्य से काफी आगे थी और दो साल की औसत वृद्धि 5.1 प्रतिशत रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि चीन की अर्थव्यवस्था ने 2021 में एक स्थिर सुधार जारी रखा है, जिससे आर्थिक विकास और महामारी नियंत्रण दोनों में उसने अच्छा काम किया है। चीनी अर्थव्यवस्था, जो सबसे पहले कोरोना वायरस की चपेट में आई थी और महामारी से जल्दी उबरते हुए 2020 में 2.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी, हालांकि ये आंकड़ा 45 वर्षों में सबसे कम वार्षिक विकास दर थी।
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