- कल शनिवार को भी दफ्तर खुला रहा, अब तक 20.70 करोड़ रुपए का मिल चुका है राजस्व-जमीनी सौदों में उछाल
उज्जैन। अगस्त के इस माह में लगातार छुट्टियां रही, जिसके चलते सरकारी दफ्तरों में तो कामकाज प्रभावित हुआ ही, वहीं बैंकों के भी काफी अवकाश हो गए। मगर पंजीयन विभाग की आय में कोई असर नहीं पड़ा। जितने दिन दफ्तर खुले, उतने दिन भरपूर रजिस्ट्रियां हुई। नतीजतन गत वर्ष की तुलना में अधिक 20.70 करोड़ रुपए का राजस्व अभी तक आ चुका है, जबकि अभी 4 दिन और बचे हैं। कल शनिवार को छुट्टी के दिन भी रजिस्ट्रियां हुईं और सभी उप पंजीयक कार्यालय खुले रहे। उज्जैन में अचल सम्पत्तियों के कारोबार में बीते सालभर से ही अच्छी तेजी चल रही है। नतीजतन रजिस्ट्रियों की संख्या तो बढ़ी ही, वहीं पंजीयन विभाग को भरपूर राजस्व मिल रहा है। इस साल अभी तक 80 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल हो चुका है। वरिष्ठ जिला पंजीयक के मुताबिक गत वित्त वर्ष से इस बार अधिक राजस्व हासिल हो जाएगा। अभी अगस्त के महीने में काफी सरकारी छुट्टियां रही और कई बार तेज बारिश भी हुई। बावजूद इसके राजस्व में कोई कमी नहीं आई।
उल्टा गत वर्ष अगस्त माह में 15 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था, लेकिन इस बार कल 26 अगस्त तक ही 20.70 करोड़ रुपए हासिल हो गए और अभी 4 दिन रजिस्ट्रियां और होंगी, जिसके चलते यह आंकड़ा 21 करोड़ रुपए से भी पार हो जाएगा। गत दिवस विभागाध्यक्ष महानिरीक्षक पंजीयन मध्यप्रदेश भोपाल ने एक आदेश भी भेजा है, जिसमें कहा गया कि अगस्त में सार्वजनिक अवकाश अधिक संख्या में रहे और अतिवृष्टि के कारण भी कई पक्षकारों को अपनी अचल सम्पत्ति के दस्तावेजों के पंजीयन में परेशानी आई, लिहाजा 27 अगस्त यानी शनिवार को भी दस्तावेजों के पंजीयन हेतु सभी कार्यालय खुले रहे। लिहाजा कल छुट्टी के दिन भी सभी उपपंजीयक कार्यालयों में स्लॉट बुकिंग के साथ ही रजिस्ट्रियां भी होंगी। दरअसल उज्जैन में तो अच्छी संख्या में रजिस्ट्रियां हो रही है, वहीं छुट्टियों और बारिश के कारण कई जिलों में रजिस्ट्रियों की संख्या घटी है। पूर्व में भी छुट्टियों के दिन रजिस्ट्रियां करने के आदेश भोपाल मुख्यालय से जारी हुए हैं। अमूमन वित्त वर्ष की समाप्ति पर मार्च में यह प्रक्रिया अपनाई जाती है। इंदौर सहित प्रदेश के सभी उपपंजीयक कार्यालय सार्वजनिक अवकाश 27 अगस्त को खोलने का आदेश भिजवाया है। दूसरी तरफ इंदौर में अचल सम्पत्तियों के कारोबार में लगातार तेजी बनी हुई है। जुलाई माह में तो 30 फीसदी से अधिक राजस्व अर्जित किया गया।