लखनऊ (Lucknow) । लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के सातों चरणों में यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने भी पार्टी के लिए खूब पसीना बहाया। पाठक ने सातों चरणों में 137 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की रैलियों में उन्होंने मंच साझा ही नहीं किया, उनके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में कई दिनों तक रात्रि प्रवास भी किया। अपने 66 दिनी के चुनावी अभियान के दौरान पाठक ने तमाम पार्टी प्रत्याशियों की नामांकन सभाओं को भी संबोधित किया।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चुनावी कार्यक्रमों का श्रीगणेश 26 मार्च को मुजफ्फरनगर सीट से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की नामांकन सभा से किया था। फिर प्रदीप चौधरी, राघव लखनपाल, सतीश गौतम, डा. महेश शर्मा, राजवीर सिंह राजू भैया, दुर्विजय सिंह शाक्य, राजकुमार चाहर, विश्वदीप सिंह, डा. आनंद गोंड, रेखा वर्मा, साक्षी महाराज, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, आरके पटेल, साध्वी निरंजन ज्योति, जगदंबिका पाल, पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, दिनेश प्रताप सिंह, डा. विनोद सिंह बिंद, रवींद्र कुशवाहा, नीरज शेखर, पारसनाथ राय, अनुप्रिया पटेल की नामांकन सभाओं में शामिल हुए।
ब्रजेश पाठक ने चुनावी सभाओं के साथ ही संगठनात्मक बैठकों, बूथ सम्मेलनों, प्रबुद्ध सम्मेलनों और विचार परिवार के साथ चुनाव के लिए हुईं समन्वय बैठकों में भी हिस्सेदारी की। सबसे ज्यादा रात्रि प्रवास उन्होंने वाराणसी और फिर घोसी लोकसभा क्षेत्र में किए।
नड्डा रहे नौ चुनावी कार्यक्रमों में शामिल
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश में कुल नौ चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की। भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने करीब 110 चुनावी कार्यक्रमों में भागीदारी की। इनमें बूथ सम्मेलन, नामांकन सभाएं शामिल हैं। प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने 100 से अधिक संगठनात्मक बैठकें कीं।
अमित शाह ने तीस रैलियां कीं
केंद्रीय गृह अमित शाह की बात करें तो 2014 और 2019 की तर्ज पर इस बार भी वे पश्चिम से पूरब तक यूपी को मथने में लगे रहे। उन्होंने यूपी में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत तीन अप्रैल को पहले की तरह मुजफ्फरनगर से की थी। संगठनात्मक दृष्टि से छह क्षेत्रों में बंटे यूपी में शाह ने हर चरण में कोर टीम के साथ संगठनात्मक बैठकें कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में 30 से अधिक चुनावी रैलियों के साथ ही अमेठी और गाजीपुर में रोड शो भी किए। वहीं अंतिम दिनों में वाराणसी को केंद्र बनाकर शाह पूर्वांचल की सीटों को साधने के लिए डेरा डाले रहे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved