मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव(maharashtra assembly election) करीब आने के साथ सियासी हमले भी तेज(Political attacks also intensified) हो चले हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Maharashtra)और शिंदे शिवसेना के मुखिया एकनाथ शिंदे(Shinde Shiv Sena chief Eknath Shinde) ने उद्धव ठाकरे पर हमला(attack on uddhav thackeray) बोला है। उन्होंने कहाकि उद्धव ठाकरे के पास खुद का कोई वोट बैंक नहीं है। वह कांग्रेस के वोट बैंक पर आश्रित हैं। इसके अलावा शिंदे ने महायुति गठबंधन में किसी भी तरह की दरार होने से भी इनकार किया। साथ ही यह भी कहाकि महायुति गठबंधन आगामी चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेगा। शिंदे ने उद्धव ठाकरे के शिवसेना चुराने के आरोप का भी जवाब दिया। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 23 नवंबर को होगी।
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर करारा हमला बोलते हुए कहाकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने जो बढ़त हासिल की थी वह कांग्रेस के दम पर थी। मुताबिक महाराष्ट्र के सीएम ने कहाकि उद्धव ठाकरे के पास अपना नहीं, बल्कि कांग्रेस का वोट बैंक है। इसका ही असर लोकसभा चुनाव में दिखा था। उन्होंने कहाकि शिवसेना के जो बेस वोटर्स हैं वो हमारे साथ हैं। शिंदे ने इसके लिए वोटिंग आंकड़ों का भी हवाला दिया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहाकि आम चुनाव में महाराष्ट्र के वोटरों ने अपना नजरिया स्पष्ट कर दिया। शिंदे के मुताबिक उद्धव का स्ट्राइक रेट 42 परसेंट था, जबकि हमारा स्ट्राइक रेट 48 परसेंट। शिवसेना के नाम पर जो 19 फीसदी वोट पड़े उसमें 13 परसेंट हमारा था। कोंकण, ठाणे और संभाजी नगर में जिस तरह से उनकी पार्टी नाकाम रही, उससे यह स्पष्ट हो जाता है। शिंदे ने कहाकि ऐसे ही नतीजे विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेंगे।
इस दौरान शिंदे ने उद्धव ठाकरे के उस आरोप का भी जवाब दिया, जिसमें वह शिवसेना चुराने की बात कहते हैं। इसके जवाब में उन्होंने आदर्शों के अंतर की बात कही। उन्होंने कहाकि बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र के आदर्श हैं। पूरी जिंदगी वह कभी भी कांग्रेस के साथ जाने के पक्ष में नहीं रहे। लेकिन उनका बेटा होने के बावजूद उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस से गठबंधन करके बालासाहेब के सिद्धांतों से समझौता किया। उन्होंने निजी फायदे के लिए शिवसेना-भाजपा गठबंधन को मिले बहुमत का गलत इस्तेमाल किया।
एकनाथ शिंदे ने आगे भी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व की आलोचना की। उन्होंने कहाकि उद्धव ने मुख्यमंत्री बनने के लिए अपने पिता के आदर्शों को किनारे कर दिया। वह तो बालासाहेब के नाम का इस्तेमाल करने के भी हकदार नहीं हैं।
महायुति में मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चाओं को लेकर शिंदे ने कहाकि सत्ताधारी गठबंधन में ऐसी कोई रेस नहीं है। हमारे साथियों का पूरा ध्यान गठबंधन को बड़ी जीत के साथ वापस सत्ता में आने पर है। उन्होंने कहाकि असल में सीएम पद के लिए रेस तो महाविकास अघाड़ी में चल रही है, जो सत्ता के लिए दिल्ली से गली तक दौड़ लगा रहे हैं।
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