विदेश

चुनाव प्रचार के लिए निकली डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन पर हमला


नई दिल्ली. डेनमार्क (Denmark) की प्रधानमंत्री (Prime Minister) मेटे फ्रेडरिक्सन (Mette Frederiksen) पर शुक्रवार को कोपेनहेगन (Copenhagen) में एक शख्स ने हमला कर दिया. हालांकि इस हमले में प्रधानमंत्री को कोई चोट नहीं आई है, तुरंत ही उन्हें वहां से सुरक्षित (Safe) निकाल लिया गया. एक स्थानीय निवासी ने बताया कि हमले में फ्रेडरिक्सन को किसी तरह की चोट नहीं लगी है.



उनके कार्यालय ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन पर शुक्रवार शाम को कोपेनहेगन के कुल्टोरवेट (स्क्वायर, रेड) में एक शख्स ने हमला किया जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. प्रधानमंत्री इस घटना से स्तब्ध हैं.’

आरोपी अरेस्ट

पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है और घटना की जांच की जा रही है. पुलिस ने और अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया.

जिस जगह यह घटना घटी, वहां पर काम करने वाले सोरेन केजरगार्ड ने नाम एक शख्स ने बताया, “एक शख्स आया और उसने प्रधानमंत्री के कंधे पर जोर से धक्का मारा, जिसके बाद वह तरफ गिर गईं. वह थोड़ी तनावग्रस्त लग रही थी.

प्रधानमंत्री को हमले के बाद सुरक्षाकर्मियों द्वारा ले जाया गया. यह हमला डेनमार्क के यूरोपीय संघ के चुनाव में मतदान से दो दिन पहले हुआ है. तीन सप्ताह पहले, स्लोवाकिया में भी इसी तरह का हमला हुआ था जब वहां के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर हमला किया गया था. इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

चुनाव से दो दिन पहले हुआ हमला

यह हमला 9 जून को होने वाले यूरोपियन यूनियन चुनाव से ठीक पहले हुआ है. डेनिश PM फ्रेडरिक्सन सोशल डेमोक्रेट्स यूरोपीय संघ के प्रमुख उम्मीदवार क्रिस्टेल शाल्डेमोस के साथ प्रचार कर रही हैं. डेनमार्क के पर्यावरण मंत्री मैग्नस ह्यूनिके ने एक्स पर कहा: ‘मेटे स्वाभाविक रूप से हमले से सदमे में हैं. मैं इतना ही कहूंगा कि इस घटना ने उनके सभी करीबियों को झकझोर कर रख दिया है.’

Share:

Next Post

सपा विधायकों को अपने पाले में लेने के बाद भी भाजपा को नहीं हुआ कोई फायदा, नहीं दिला सके एक भी सीट

Sat Jun 8 , 2024
लखनऊ (Lucknow) । यूपी (UP) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले भाजपा (BJP) ने सपा (SP) के आठ विधायकों (MLA) को अपने पाले में कर लिया था। राज्यसभा चुनाव के समय सपा से बगावत कर भाजपा प्रत्याशी को वोट देने वाले विधायकों को लेकर बीजेपी की मंशा थी कि लोकसभा चुनाव में […]