तेल अवीव। इस्राइल में सुप्रीम कोर्ट के अधिकारों को नियंत्रित करने वाले कानून के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। यहां बीते पांच सप्ताह से इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। शनिवार को भी इस्राइल के तेल अवीव की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के विवादास्पद कानूनी सुधारों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
इस्राइली झंडे लहराती हुई भीड़ ने शहर की केंद्रीय काल्पन स्ट्रीट को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने इस्राइल की नई सरकार को विश्व शांति के लिए खतरा करार दिया। बता दें, नए कानून के तहत इस्राइली सरकार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने का अधिकार मिल जाएगा।
इस्राइल के 20 शहरों में हुआ प्रदर्शन
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस्राइल के यरुशलम, हाइफा, बेर्शेबा और हर्जलिया व तेल अलीव समेत देश के कई शहरों में हजारों लोगों प्रदर्शन किया। हाइफा में हुए विरोध प्रदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री यायर लापिड भी शामिल रहे। उन्होंने वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि ‘हम अपने देश को बचाएंगे क्योंकि हम एक अलोकतांत्रिक देश में नहीं रहना चाहते हैं।’
61 सांसद बदल सकते हैं सुप्रीम कोर्ट का फैसला
नेतन्याहू सरकार द्वारा प्रस्तावित नए कानून के तहत 120 सीटों वाली इस्राइली संसद में 61 सांसदों के साधारण बहुमत से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रद्द किया जा सकेगा। प्रस्तावित सुधार उस प्रणाली को भी बदल देगा जिसके माध्यम से न्यायाधीशों की नियुक्ति की जाती है। इससे न्यायपालिका में राजनेताओं को अधिक नियंत्रण मिलेगा। इस नए न्यायिक सुधार ने LGBTQ+ समुदाय को भी चिंता में डाल दिया है।
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