फ्रांस (France) की राजधानी पेरिस (Paris) की पुलिस ने कोविड संबंधी प्रतिबंधों (Covid Restrictions ) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के 500 वाहनों को शहर में घुसने से रोक दिया. प्रदर्शनकारी (demonstrators) प्रतिबंधों के खिलाफ उस विरोध प्रदर्शन में शामिल होना चाहते थे, जो कनाडा के ‘आजादी काफिला’ (फ्रीडम कनवाय) से प्रभावित है.
पुलिस ने कहा कि कई काफिले शहर के मुख्य इलाकों में पहुंचने से पहले ही रोक दिए गए. चाकू, हथौड़ा और अन्य समान बरामद किए जाने के बीच कम से कम दो प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है.
वीकेंड के दौरान प्रदर्शन को देखते हुए करीब 7000 अधिकारियों को तैनात किया गया है. फ्रांस में रेस्तरां समेत अन्य स्थानों पर जाने के लिए टीकाकरण पास की अनिवार्यता के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने पेरिस के उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम से शहर में प्रवेश करने का प्रयास किया. पुलिस को भनक ना लगे इसके लिए वाहनों के कुछ काफिलों ने शुक्रवार को राजधानी जाने वाले राजमार्गों के बजाए स्थानीय सड़कों से शहर में पहुंचने की कोशिश की.
फ्रांसीसी झंडा लहराते और ‘आजादी’ का नारा लगाते प्रदर्शनकारी ऑनलाइन माध्यम से एकत्र हुए. ये प्रदर्शनकारी कनाडा की राजधानी और सीमा पर जाम लगाने वाले ट्रक ड्राइवर से काफी हद तक प्रेरित थे. फ्रांसीसी सरकार के टीकाकरण नियमों के खिलाफ महीनों से विरोध प्रदर्शन जारी है. फ्रांस अकेला नहीं है, इस तरह के विरोध प्रदर्शन हेग शहर में भी हो रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी ऐसे ही प्रदर्शन देखने को मिले हैं.
फ्रांस में लगाए गए हैं सबसे कम प्रतिबंध
बतादें कि फ्रांस सरकार के प्रवक्ता ग्रेबियल अट्टल ने गुरुवार को कहा था कि उन्होंने वायरस को लेकर उठाए गए कदमों की वजह से लोगों को हो रही परेशानी के बारे में मालूम है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यूरोप के अन्य देशों के मुकाबले फ्रांस में लोगों की आजादी का उल्लंघन करने वाले सबसे कम प्रतिबंध लागू किए गए हैं. दक्षिणपंथी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मरीन ले पेन ने कहा कि वो प्रदर्शनकारियों के टॉरगेट को समझती हैं. उन्होंने कहा कि ये राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ 2018 में हुए प्रदर्शनों की तरह है.
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