कोलकाता। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पुलिस पर लोकतांत्रिक आंदोलन को दबाने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस जन आंदोलन को संभालने में पूरी तरह से विफल रही है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हावड़ा में भाजपा के एक नेता के बॉडीगार्ड का रिवाल्वर छीन लिया और उसे जुलूस में हथियार दिखा कर भाजपा को बदनाम करने की साजिश रची।
घोष ने कहा, “मेरे साथ भी बॉडी गार्ड रहते हैं। उनके पास भी हथियार रहता है। हावड़ा में पुलिस ने एक भाजपा नेता के बॉडीगार्ड से उनका रिवाल्वर छीन लिया और बदनाम करने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से राजनीतिक आंदोलन था, लेकिन पुलिस ने जानबूझ कर बल प्रयोग किया, ताकि भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ा जा सके। वह हावड़ा ब्रिज के पास भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी कर रहे थे, लेकिन उसी समय पुलिस ने शांतिपूर्ण नारेबाजी करते भाजपा कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन को भी पुलिस ने मारा। उत्तर कोलकाता के भाजपा अध्यक्ष शिवाजी सिंह राय कोलकाता के जाने माने राजनीतिज्ञविद हैं, पुलिस ने उनके सिर पर मारा। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वप्रिय राय चौधरी को चोट आयीं।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक आंदोलन को दबाने के लिए शारीरिक आक्रमण कर कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुचाने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। गणतांत्रिक आंदोलन को दबाने की कोशिश की गयी। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास जन आंदोलन को संभालने की क्षमता नहीं है। वह तृणमूल कांग्रेस के हुक्म का गुलाम बन गयी है और पार्टी कैडर के रूप में काम कर रही है, जबकि पुलिस ने संविधान का शपथ लिया है। (एजेंसी, हि.स.)
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