इन्दौर। कोरोना (corona) के दो साल बीतने के बाद पहली बार निकाली जा रही कावड़ यात्रा (kanwad yatra) में इस बार भक्तों की भारी भीड़ उमडऩे की उम्मीद है। कोरोना काल के पहले कावड़ यात्रा के कारण खंडवा रोड (Khandwa Road) पर बुरहानपुर से लेकर इन्दौर (indore) तक भारी वाहनों (heavy vehicles) का मार्ग परिवर्तित किया जाता था। इस बार भी इसी मांग (Demand) को लेकर संभागायुक्त से भाजपाई मिले और कहा कि कावड़ यात्रियों को दुर्घटना से बचाने के लिए श्रावण मास में भारी वाहन प्रतिबंधित किए जाएं।
कल पूर्व विधायक एवं नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा ने संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा से मुलाकात की और कहा कि कोरोना काल के बाद अब कावड़ यात्राएं बड़े स्तर पर निकाली जाएंगी, जिनमें बड़ी संख्या में कावड़ यात्री शामिल होंगे। चूंकि यह यात्री दिन-रात सडक़ों पर चलते हैं और अभी वर्तमान में खंडवा रोड का काम चल रहा है। ऐसे में दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इन दुर्घटना से कावड़ यात्रियों को बचाने के लिए यहां भारी वाहन प्रतिबंधित कर डायवर्शन किया जाएं, ताकि कावड़ यात्री आराम से सडक़ों पर निकल सके। उन्होंने यह भी कहा कि बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और इन्दौर से बड़ी संख्या में कावड़ यात्री नर्मदा का जल लेकर महाकाल और ओंकारेश्वर जाते हैं।
संभागायुक्त डॉ. शर्मा का कहना था कि उन्हें भारी वाहनों के मार्ग परिवर्तन की जानकारी नहीं है। अगर पहले ऐसा किया गया है तो वे पहले की फाइल में ऑर्डर देखकर इस बार फिर ऑर्डर जारी कर देंगे, ताकि कावड़ यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। विदित है कि इन्दौर से भी कई बड़ी कावड़ यात्रा निकाली जाती है, जो महेश्वर और ओंकारेश्वर से निकलकर सीधे उज्जैन महाकाल की ओर जाती है। यह सभी यात्राएं 14 जुलाई से शुरू होंगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved