ताशकंद। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बाद, उज्बेकिस्तान में भी चीनी ऐप टिकटॉक पर संकट मंडराने लगा है। देश के एडोलैट सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने बुधवार को चीनी वीडियो-शेयरिंग नेटवर्क टिकटॉक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है। पार्टी ने ऐप पर अच्छे से ज्यादा बुरा प्रभाव डालने का आरोप लगाया है।
एप्लिकेशन को पूरी तरह से ब्लॉक करना आवश्यक
स्पुतनिक न्यूज एजेंसी के अनुसार पार्टी ने कहा, “आपराधिक दायित्व उपायों को मजबूत करना, इंटरनेट पर मोबाइल एप्लिकेशन को पूरी तरह से ब्लॉक करना आवश्यक है, जो अच्छे से ज्यादा नुकसान करते हैं, जैसे कि टिकटॉक।” पार्टी ने यह भी कहा कि देश में मौजूदा कनेक्टिविटी प्रतिबंधों के बावजूद, टिकटॉक का प्रयोग करने वालों के पास वीपीएन एप्लिकेशन का उपयोग करके नेटवर्क तक पहुंचने का रास्ता है। इस मुद्दे की जांच की जानी चाहिए।
क्यों हो रही प्रतिबंध की मांग?
समाचार एजेंसी के अनुसार, पिछले हफ्ते समरकंद शहर में एक एक टिकटॉक यूजर ने बुजुर्ग व्यक्ति को लात मारते हुए खुद को फिल्माया था। इसी घटना के मद्देनजर यह पहल हुई।
भारत में प्रतिबंधित है ऐप
भारत सरकार ने भी 29 जून, 2020 को टिकटॉक से जुड़े खामियाजों को गिनाते हुए इसे बैन करवा दिया था। टिकटॉक के अलावा भी कई चीनी ऐप्स पर देश में पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पाकिस्तान में भी ऐप पर लगा था प्रतिबंध
पिछले महीने पाकिस्तान की एक अदालत ने पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (PTA) को टिकटॉक पर साझा की जाने वाली “अनैतिक सामग्री” पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक लिखित आदेश जारी किया था। जियो न्यूज ने बताया कि पीटीए द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, ऐप से 28.9 मिलियन वीडियो को ब्लॉक कर दिया गया है, जबकि 14 लाख खातों के अनैतिक सामग्री साझा करने पर रोक लगा दी है।
पाकिस्तान में पहली बार टिकटॉक पर अक्टूबर 2020 में प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि, कंपनी द्वारा अश्लीलता फैलाने वाले खातों को ब्लॉक करने का आश्वासन देने के 10 दिन बाद यह प्रतिबंध हटा दिया गया था।
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