- सामान्य की तुलना में आकर्षक ये मटके 400 से 500 रुपए में बिकते हैं
उज्जैन। अप्रैल माह जैसे-जैसे बीत रहा है। वैसे ही अब गर्मी लोगों को सताने लगी है। बीते एक सप्ताह से अचानक पारा तेजी से बढऩे लगा है। इसके चलते शहर में मिट्टी के मटकों की माँग भी बढ़ गई है। इसमें गुजरात की मिट्टी से बने मटकों की डिमांड सबसे ज्यादा है।
बढ़ती डिमांड के कारण गुजराती मटकों को लेकर समय से पहले ही बुकिंग शुरू हो जाती है। कुम्हार 6 महीने पहले ही इसे उज्जैन लाने की तैयारी में लग जाते हैं। गुजराती मिट्टी में बालूरेत भी मिली होती है जिस कारण गुजराती मिट्टी के मटके गर्मियों में अन्य मटकों की तुलना में ज्यादा ठंडा पानी देते हैं। इस कारण इनकी डिमांड बढ़ती जा रही है। कुम्हार पवन प्रजापत ने बताया कि अब शहर के लोगों में लोकल के लाल और काली मिट्टी के मटकों के अलावा गुजरात की मिट्टी के मटकों की माँग भी बढ़ती जा रही है, जो सामान्य मिट्टी के मटकों की तुलना में बेहद आकर्षक होते हैं। यह सामान्य मटकों से ज्यादा महँगे होते हैं। बावजूद हर साल इनकी डिमांड बढ़ रही हैं, वहीं अप्रैल माह के अंत में इसकी माँग और बिक्री में और इजाफा होगा।