India Total Export: जहां दुनियाभर की ताकतवर इकोनॉमी सुस्ती और मंदी की मार झेल रही है. वहीं भारत की ग्रोथ रफ्तार जारी है. भारत की अर्थव्यवस्था तेजी के साथ बढ़ रही है. दुनियाभर की कंपनियों की निगाहें भारत की ओर है. वहीं निर्यात जो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अहम जिम्मेदारी निभाता है उसमें बढ़ोतरी हुई है. भारत का निर्यात बढ़ा है. भारतीय सामानों की डिमांड बड़ी है.
दुनियाभर के बाजार अभी सुस्ती का सामान कर रहे हैं. बढ़ी हुई ब्याज दरों ने लोगों की खरीदारी पर अंकुश लगा दिया है. वहीं भारत की मजबूत विकास गाथा लगातार जारी है. भारत का निर्यात बढ़ा है. देश का वस्तु निर्यात अक्टूबर में 17.25 फीसदी बढ़कर 39.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. ये दो साल में निर्यात के आंकड़े में सबसे बड़ा उछाल है.
स्टार्टअप ने शुक्रवार को कहा कि वे आने वाले महीनों में भारत के कुल इंकलाब के 800 डॉलर पार करने की उम्मीद कर रहे हैं। अक्टूबर में भारत का विरोध 73 प्रतिशत से अधिक हो गया, जो पिछले वर्ष इसी महीने 61 प्रतिशत से अधिक हो गया, जो 19 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।
अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान संचयी कुल मिलाकर 7 प्रतिशत से अधिक की दर से वृद्धि हुई, जो अप्रैल-अक्टूबर 2023 में 436.4 डॉलर से बढ़कर 468.2 डॉलर हो गया। भू-राजनीतिक विपक्ष के बावजूद, भारत के कुल विपक्ष में कांटे की टक्कर की वृद्धि दर्ज की गई। फ़्रांसीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसी सीसीआई) के अध्यक्ष इलेक्ट्रानिक जैन ने कहा, “यह मजबूत वृद्धि गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण उत्पाद में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि से प्रेरित है।”
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के दौरान भारत का व्यावसायिक अकेलेपन 17.25 प्रतिशत शेयर बाजार में 39.20 डॉलर हो गया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 33.43 डॉलर था। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कंपनी की क्रय शक्ति की कीमत 252.28 डॉलर थी, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 244.51 डॉलर थी। जैन ने कहा, ”चालू वित्त वर्ष में प्रतियोगियों की लंबी और मजबूत गति को देखते हुए, हम अति आशावादी हैं कि आने वाले महीनों में भारत का कुल योग 800 डॉलर को पार कर जाएंगे।”
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved