चंदेरी । मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला चंदेरी तहसील मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ग्राम कड़राना में सामने आया है, जहां पर विश्राम आदिवासी उम्र 32 वर्ष अपनी पत्नी गीता आदिवासी उम्र 30 वर्ष जिसके डिलीवरी होना थी, जब उसकी पत्नी के पेट में दर्द हुआ तो उसने एंबुलेंस को फोन लगाना चालू किया और 2 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया फिर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची तो ट्रैक्टर में रखकर उसका पति अपनी पत्नी गीता बाई को सिविल अस्पताल चंदेरी में ट्रैक्टर में रखकर रवाना हुए। जहां पर उसकी विक्रमपुर घाटी रास्ते में उसने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। गनी मत रही कि कोई जनहानि सामने ना आई।
उसके पति ने बताया की एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची किस कारण गांव में हमने कई वाहन तलाशे जब कुछ नहीं मिला तो एक ट्रैक्टर वाले से बोलकर ट्राली में रखकर अपनी पत्नी को लाया जहां पर रास्ते में उसकी डिलीवरी हो गई। डिलीवरी के दौरान भी कई परेशानी सामने आई है।
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