नई दिल्ली। दिल्ली में सुबह धुंध की सफेद चादर छाई हुई है (Delhi air is bad) , मंगलवार की सुबह दिल्ली के तीन इलाकों में हवा की क्वॉलिटी का सूचकांक (AQI) 300 से ज्यादा दर्ज किया है, जो कि एक खराब संकेत है। आज सुबह रोहिणी में 346, आरके पुरम में 329 और आनंदविहार में 363 AQI दर्ज किया गया है। दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (Delhi Pollution Control Committee) के आंकड़ों के मुताबिक ये आंकड़े ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, हालांकि दिल्ली सरकार लगातार प्रदूषण को नियंत्रण करने की कोशिश में लगी हुई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को लागू किया है, जिससे दिल्ली के वायु प्रदूषण को कम किया जा सके।जबकि 3 दिन पहले दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पराली से निकलने वाले प्रदूषण को काबू करने के लिए अपनी ओर से प्रयास कर रही है, इस मुद्दे पर सभी सरकारों को साथ आना चाहिए और प्रदूषण के खिलाफ जंग छेड़नी चाहिए।
मालूम हो कि सर्दी शुरू होने से पहले दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण लोगों को तंग ही करता जा रहा है, मार्निंग वॉक पर निकले लोगों का भी कहना है कि उन्हें भी सांस लेने में घुटन महसूस हो रही है। आपको बता दें कि राजधानी में सर्दी के मौसम ने दस्तक देनी शुरू कर दी है, पिछले तीन-चार दिनों से दिल्ली-NCR के तापमान में कमी आई है लेकिन पारा गिरने से वायु प्रदूषण भी बढ़ने लगा है ऐसे में मौसम विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई क्योंकि अगर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ा तो ये कोरोना वायरस से जंग लड़ रही राजधानी के अच्छी खबर नहीं होगी, इसलिए लोगों को डॉक्टरों की सलाह है कि अगर वह उच्च वायु प्रदूषण वाली जगह में रह रहे हैं तो फ्लू का टीका लगवा लें, क्योंकि बढ़ता प्रदूषण और सर्दी जुखाम ठीक होने वाले लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा सकता है।
इस मामले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया कह चुके हैं कि त्योहारी मौसम में बढ़ता प्रदूषण, कम होता तापमान, बढ़ती भीड़ आदि से हर कोई जोखिम में है। वहीं जो लोग ‘लॉन्ग कोविड’ का सामना कर चुके हैं, उन्हें ऐसे में फ्लू की वैक्सीन ले लेनी चाहिए।
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