नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के राजेंद्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर (Coaching Centre) के बेसमेंट (basement) में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई. ओल्ड राजेंद्र नगर के राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में शनिवार को अचानक पानी भर गया. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस बीच दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं.
एक दूसरे छात्र ने कहा, ‘सबसे बड़ी समस्या है कि 80 प्रतिशत लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं. 10 मिनट भी बारिश होती है तो यहां बाढ़ आ जाती है. आज तक एमसीडी ने इस पर कोई काम नहीं किया. ये जिम्मेदारी एमसीडी की है.’
छात्र ने कहा, ‘अगर 10 से 15 मिनट में दिल्ली में बाढ़ आ जा रही है, ये सबसे पॉश एरिया है, ढाई-तीन लाख रुपये देकर यहां पढ़ रहे हैं. इसकी जिम्मेदारी एमसीडी की है. यही एमसीडी किसी टपरी पर से पैसे लेने हों तो बहुत जिम्मेदार बन जाती है. आज एक लाइब्रेरी में ऐसा हुआ है जहां रेस्क्यू करने में 12 से 15 घंटे लग गए और किसी की जान नहीं बची है, 99 परसेंट लोग नहीं बचे हैं.’
‘आपदा नहीं ये एमसीडी की लापरवाही है’
एक अन्य प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा, ‘एमसीडी ने कहा है कि यह आपदा है लेकिन मैं मानता हूं कि ये पूरी तरह से लापरवाही है. मैं दो साल से यहां रह रहा हूं. आधा घंटा बारिश होने पर यहां घुटनों तक पानी भर जाता है. ये दो साल से लगातार हो रहा है. आपदा वो होती है जो कभी-कभार होती है लेकिन हम देख रहे हैं कि ये दो साल से हो रहा है.’
छात्र ने कहा, ‘दूसरी बात मैंने अपने मकान मालिक से बात की है. उन्होंने बताया कि वो 10-12 दिनों से जाकर पार्षद से बोल रहे थे कि नालों की सफाई कराई जाए लेकिन वो नालों की सफाई नहीं करवा रहे हैं. ये हमारे पार्षदों की भी विफलता है. इन्होंने पहले लाइट काटी, फिर सभी लाशों को निकाला और अब बच्चों को हटाने के लिए पूरी पुलिस जुट गई है और लाठी डंडे लेकर खड़ी है. आज प्रशासन के 300 से ज्यादा लोग खड़े थे, 100 से ज्यादा पुलिसवाले खड़े थे, एनडीआरएफ की टीम खड़ी थी. मैं पूछना चाहता हूं कि 10 दिन पहले जब मानसून आने वाला था तब ये 300 लोग क्यों नहीं खड़े हुए.’
‘मौतों की सही संख्या बताई जाए’
छात्र का कहना है, ‘हमारी मांग है कि जितने भी दोषी हैं उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए. हम चाहते हैं कि जितने भी डेथ काउंट हैं या जो घायल हैं उनकी संख्या हमें साफ बताई जाए. मैं डिजास्टर के लोगों के साथ यहां खड़ा था. मुझे नहीं पता उन्होंने मुझे सच बताया या झूठ लेकिन उन्होंने कहा कि लगभग 8 से 10… मौतों के बारे में उन्होंने मुझे बताया, अब गलत बताया है या सही मुझे नहीं पता.’
बेसमेंट में कैसे भरा पानी?
दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को शनिवार शाम सात बजे कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली थी. डिपार्टमेंट को कॉल किया गया था कि कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया है और कई छात्र फंसे हुए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. आलम ऐसा था कि गोताखोरों को पानी में उतारना पड़ा.
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी बनी हुई है. इस वजह से यहां ठीक-ठाक संख्या में छात्र पढ़ रहे थे. फायर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर अतुल गर्ग के मुताबिक, घटना के वक्त 30 से 35 स्टूडेंट्स मौजूद थे, जिनमें से तीन फंस गए थे. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीन छात्रों के शव बरामद किए गए. मरने वालों में दो छात्राएं और एक छात्र है.
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