नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस (Delhi Police)ने फर्जी दस्तावेजों (Fake documents)के जरिए वोटर के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के आरोप(charges for registration) में छह लोगों को अरेस्ट(six people arrested) किया है। ये लोग शाहीन बाग में दर्ज मतदाता पहचान पत्र धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामलों में शामिल थे। शाहीन बाग पुलिस स्टेशन की जांच टीम ने कहा कि आरोपियों ने मतदाता पहचान पत्र बनाने या उसमें बदलाव करने के लिए आधार कार्ड और बिजली बिल जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में जालसाजी की थी।
पुलिस की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, 25 दिसंबर को विधानसभा क्षेत्र-54 (ओखला) के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) विनोद कुमार की ओर से पुलिस स्टेशन शाहीन बाग में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया गया था कि चार लोगों ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके मतदाता पहचान पत्र में पता बदलवाने के लिए आवेदन किया है। यू/एस 336/340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इसके बाद 29 दिसंबर को भी विधानसभा क्षेत्र-54 (ओखला) के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) विनोद कुमार की ओर से एक और शिकायत प्राप्त हुई। इस शिकायत में कहा गया था कि जाली दस्तावेजों के जरिए निर्वाचन पंजीकरण के कार्यालय में नए मतदाता के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 4 आवेदन मिले हैं। इसके बाद यू/एस 336/340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आरोपों की जांच की गई। जांच टीम ने जालसाजी नेटवर्क में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए आरोपियों का पता लगाया गया और दोनों मामलों में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों में मो. नईम, रिजवान उल हक, सबाना खातून, रजत श्रीवास्तव, त्रिलोक चंद, सचिन कुमार शामिल हैं। जालसाजी नेटवर्क में शामिल अन्य को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि अब तक जुटाए गए सुबूत चुनावी पंजीकरण प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए जाली दस्तावेजों के इस्तेमाल का संकेत देते हैं। गौरतलब है कि उक्त घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब भाजपा और आम आदमी पार्टी वोटर लिस्ट को लेकर एकदूसरे पर हमलावर है। भाजपा AAP पर वोटर लिस्ट में फर्जी मतदाताओं के नाम जुड़वाने का आरोप लगा रही है तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी वोटर लिस्ट से लोगों के नाम हटाने का आरोप लगा रही है।
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