नई दिल्ली (New Dehli) । संबंध (Relation) न बनाने से नाराज युवक (young boy) ने योगेश कुमार (32) की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मृतक के शव (dead body) को सूटकेस (suitcase) में रखकर द्वारका के नाले में फेंक (throw) दिया। आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए फिरौती मांगना शुरू कर दिया। उसने पहली बार 20 लाख और दूसरी बार 17 लाख रुपये की फिरौती मांगी। ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने हत्या की इस गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी शशांक सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। कार के पेट्रोल टैंक पर लगे स्टिकर से आरोपी की पहचान हुई थी।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि दक्षिणपुरी निवासी योगेश कुमार के गायब होने की शिकायत अंबेडकर नगर थाने में 10 जुलाई को दी गई थी। शिकायत में कहा गया था कि योगेश कुमार नौ जुलाई को नौकरी के लिए इंटरव्यू देने की बात कह कर घर से निकला था। योगेश के पिता ने 14 जुलाई को पुलिस को फिर सूचना दी कि उसके बेटे योगेश को रिहा करने के लिए अज्ञात नंबर से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है। दक्षिण जिले की कई टीमों के अलावा ग्रेटर कैलाश-एक थानाध्यक्ष अजीत सिंह की देखरेख में एसआई पीसी शर्मा, एएसआई कमलेश व हवलदार सुनील की टीम भी मामले की जांच कर रही थी। पीडि़त परिवार के पास 17 जुलाई को फिर फिरौती का कॉल आया और 17 लाख रुपये मांगे। फिरौती के लिए इस्तेमाल किया गया नंबर बिहार का था।
पुलिस को जांच में पता लगा कि पीडि़त योगेश ने नौ जुलाई को प्लाजा मॉल, सेक्टर 16, द्वारका से एक पिज्जा खरीदा था। उसका बिल का भुगतान ऑनलाइन किया था। उसके ऑनलाइन लेनदेन के एसएमएस के अनुसार इंस्पेक्टर अजीत सिंह की टीम ने मॉल के सीसीटीवी की फुटेज चेक की। पता लगा कि योगेश एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार से ड्राइवर साइड से काली पोशाक पहने युवक के साथ बाहर निकल रहा था। जांच से पता लगा कि कार के ईंधन टैंक कैप/ढक्कन पर एक विशेष निशान और शब्द था। इसके बाद एसआई पीसी शर्मा की टीम ने न्यू अशोक नगर निवासी शशांक(27) को गिरफ्तार कर लिया।
पार्टी में मुलाकात के बाद दोनों में हुई नजदीकी
शशांक ने खुलासा किया कि उसकी मृतक योगेश से मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। इसके बाद उनकी मुलाकातें होने लगीं। मृतक योगेश बेरोजगार था। शशांक ने उसे नौकरी के लिए बायोडाटा के साथ नौ जुलाई को मूलचंद पर बुलाया। इसके बाद दोनों द्वारका सेक्टर 16 गए। यहां पर योगेश ने एक मॉल से पिज्जा खरीदा। उन्होंने बीयर भी ली और द्वारका सेक्टर 14 स्थित सुनसान जगह की ओर चले गए। शशांक सिंह अवैध संबंध न बनाने पर नाराज था और इस बात को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव हो गया था। नाराज शशांक ने पिस्तौल निकालकर योगेश को गोली मार दी। दोनों ही समलैंगिकों की पार्टियों में मिलते थे। आरोपी ने 12 जुलाई को पिस्तौल यमुना नदी में फेंक दी थी।
पुलिस को गुमराह करने लगा
शशांक ने एक फर्जी सिम कार्ड खरीदा और पुलिस जांच को गुमराह करने के लिए मृतक योगेश के परिवार को फिरौती के लिए कॉल करने लगा। पार्टियों के दौरान लोगों पर प्रभाव डालने के लिए उसने बिहार के अपने एक दोस्त से पिस्तौल खरीदी थी। आरोपी के कब्जे से 14 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
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