दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के कुछ स्कूलों (schools) को आज सुबह बम से उड़ाने (bomb threats) की धमकी मिली है। साउथ दिल्ली (South Delhi) और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली (North West Delhi) के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। साउथ दिल्ली के इंडियन पब्लिक स्कूल और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के सरस्वती विहार के एक स्कूल को धमकी मिली है।
आगे कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और बम निरोधक दस्ते को स्कूल भेजा गया। स्कूल परिसर को खाली करा लिया गया है और जांच की जा रही है। इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी है।
एक साथ 40 स्कूलों को मिल चुकी है बम से उड़ाने की धमकी
जानकारी के लिए बता दें कि बीती नौ दिसंबर को भी दिल्ली के 40 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। खास बात ये है कि इस बार मेल भेजने वाले ने बम ब्लास्ट को रोकने के एवज में मांगे 30 हजार डॉलर की मांग की थी। इससे पहले भी कई स्कूलों में पैनिक फैलाने के लिए अज्ञात लोगों ने धमकी भरी ईमेल भेजी थीं। इस बार ब्रिटिश स्कूल, सलवान स्कूल, माडर्न स्कूल, कैंब्रिज स्कूल, डीपीएस स्कूल, और जीडी गोयनका समेत 40 से ज्यादा स्कूलों को यह धमकी मिली थी।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्कूल का दौरा कर अफरा-तफरी के स्थिति को जाना लिया था और दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन ईमेल को फर्जी बताया। दिल्ली पुलिस को शुरूआती जांच में कुछ सुराग हाथ लगे हैं। बताय जा रहा है कि रूस के आईपी एड्रेस से मेल भेजे गए हैं। पुलिस इन सभी ईमेल एड्रेस के आईपी एड्रेस को ट्रैक कर रही है।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
इस बार स्कूलों में धमकी भरे मेल एक महीने से भी अधिक समय बाद आए हैं। इससे पहले दिल्ली के दो और हैदराबाद के एक स्कूल सहित देश भर के कई सीआरपीएफ स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली थी। तमिलनाडु के एक सीआरपीएफ स्कूल को 21 अक्टूबर की रात को सबसे पहले धमकी मिली थी। इसके बाद देश के सभी संबद्ध स्कूलों को अलर्ट भेजा गया था।
यहां धमाका हुआ था
20 अक्टूबर को, दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक सीआरपीएफ स्कूल की दीवार में एक शक्तिशाली धमाका हुआ था। इससे आस-पास की दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इमारत की दीवार में भी छेद हो गया।
एक जैसे पैटर्न से मेल भेजे जा रहे हैं
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धमकी वाले सभी मेल का पैटर्न एक जैसा ही है। इसके चलते शुरुआती जांच के दौरान पता चला है कि ईमेल भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए आईपी एड्रेस रूस के थे। यह भी संदेह जताया जा रहा है कि आईपी एड्रेस को वीपीएन के जरिए छुपाने का प्रयास किया जा सकता है। आमतौर पर वीपीएन कनेक्शन का इस्तेमाल करके इस तरह के मेल भेजे जाते हैं, जिससे की असली आईपी एड्रेस को छुपाया जा सके।
डार्क वेब का भी इस्तेमाल हो सकता है
पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि धमकी भरे मेल भेजने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। देश की सुरक्षा एजेंसियों समेत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की सभी यूनिटें व अपराध शाखा की टीमें सभी एंगल से इस मामले की जांच कर रही हैं। इस तरह की अफवाहों से जुड़े मेल पिछले दिनों 29 अप्रैल को भी कुछ अस्पतालों को भेजे गए थे। अब स्कूलों पर बड़े पैमाने पर भेजे गए इस तरह के धमकी भरे मेल पर गृह मंत्रालय का भी कहना है कि इस तरह के मेल अफवाह फैलाने के लिए भेजे जा रहे हैं।
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