नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार का 65,000 करोड़ रुपए का बजट और राजस्व भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है, मुख्यमंत्री के प्रचार में इस्तेमाल किया जा रहा है। कोरोना काल से लेकर अब तक मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 384 करोड़ रुपए अपने प्रचार में खर्च किए, इतने पैसों में दिल्लीवासियों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए कार्य किए जा सकते थे, स्वास्थ व्यवस्थाएं सुधर सकती थी।
गुप्ता ने कहा कि विगत 5 वर्षों के अंदर दिल्ली सरकार ने 31,428 करोड़ रुपए दिल्ली जल बोर्ड को लोन के रूप में दिया जिसका बजट में कोई जिक्र नहीं है। दिल्ली जल बोर्ड में जो भ्रष्टाचार हुआ है इसका जबाव मुख्यमंत्री दें।
गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया ने अपने विधायकों के वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव विधानसभा में पास कर देते हैं और निगम के सफाई कर्मियों का वेतन भी नहीं देते हैं। निगम कर्मियों के हक की मांग के लिए निगम नेता मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं लेकिन केजरीवाल उनकी सुध लेने भी नहीं गए। गुप्ता ने कहा कि कोरोना की समस्या हो या जलभराव, प्रदूषण, हर बार हमने मांग की कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए लेकिन नहीं बुलाया गया। आज एक ऐसे मुद्दे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विशेष सत्र बुलाया है, जिसका जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है बल्कि आम आदमी पार्टी का राजनीतिक स्वार्थ हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को 13 नए एसटीपी प्लांट लगाने थे पर नहीं लगाए गए, आखिर ये पैसे कहां गए। वास्तव में दिल्ली के विकास कार्यों में खर्च होने वाला बजट अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी के बजट के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी राजनीति इच्छाओं की पुर्ति के लिए आम आदमी पार्टी के नेता अन्य राज्यों में जाकर दिल्लीवासियों की गाढ़ी कमाई का पैसा उड़ा रहे हैं। दिल्ली जल बोर्ड आम आदमी पार्टी सरकार बनने से पहले फायदे में था, आज 100 करोड़ रुपए प्रतिमाह के घाटे में है। (एजेंसी, हि.स.)
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