नई दिल्ली। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने वन शोध संस्थान (एफआरआइ) की रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि पिछले चार सालों के दौरान दिल्ली में लगाए पौधों में से 75-80 प्रतिशत बच गए हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि नार्थ डिवीजन (North Division) जिसमें शाहदरा क्षेत्र आता है, उसमें इन तीन वर्षों में पौधों के जीवित रहने की दर 80.21 प्रतिशत है। इसी तरह वेस्ट डिवीजन (West Division) में आने वाले अलीपुर रेंज में 78.5 प्रतिशत जीवित रहने की दर है।
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया (Forest Survey of India) के अनुसार देश के प्रमुख शहरों में शामिल दिल्ली (Delhi) का प्रति व्यक्ति फाॉरेस्ट कवर 9.6 फीसद है, जबकि अहमदाबाद (Ahmedabad) का 1.2, बेंगलुरु (Bangalore) का 7.2, चेन्नई (Chennai) का 2.1, हैदराबाद (Hyderabad) का 8.2, कोलकाता (Kolkata) का 0.1 और मुम्बई (Mumbai) का 5.4 फीसद है। वहीं नियम के मुताबिक शहरी क्षेत्र में कुल एरिया का 20 फीसद ग्रीन क्षेत्र होना चाहिए और दिल्ली में 2013 में ग्रीन क्षेत्र 20 फीसद था, जो 2021 में बढ़कर 23.06 फीसद हो गया है। दिल्ली पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून ने दिल्ली में 2016-17, 2017-18 और 2018-19 में हुए वृक्षारोपण की ऑडिट रिपोर्ट सौंप दी है।
इसके अनुसार दिल्ली में 2016-17, 2017-18 और 2018-19 में हुए वृक्षारोपण में पौधों के जिंदा रहने की दर 75 से 80 फीसद है। वहीं, 2021-22 में दिल्ली को 31 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था और हमने 32 लाख से ज्यादा पौधे लगाए हैं। अब अगले साल भी पौधे लगाए जाएंगे, जिसके लिए मिट्टी की जांच की जाएगी और उसी के अनुसार पौधारोपण (plantation) किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली सरकार ने हर स्तर पर काम किया है, जिसमें आपातकालीन कदम और स्थाई समाधान, दोनों प्रणाली पर सरकार (Government) काम करती रही है। दिल्ली के अंदर चाहे इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी, ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी या विंटर एक्शन प्लान, दिल्ली के अंदर प्रदूषित ईंधन (polluted fuel) पर चलने वाली इंडस्ट्री को 100 फीसद गैस पर बदलने, 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा कर जेनसेट से होने वाले प्रदूषण को कम करने के अभियान समेत सभी मोर्चों पर सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार कई वर्षों से काम कर रही है।
गोपाल राय ने आगे बताया कि सबसे महत्वपूर्ण अभियान वृक्षारोपण (Important Campaign Tree Plantation) का रहा है। पिछले पांच सालों से वृक्षारोपण के महाअभियान के जरिये हमने केंद्र सरकार से मिले वृक्षारोपण के लक्ष्य को न सिर्फ पूरा किया, बल्कि उससे ज्यादा लक्ष्य को हासिल किया है। 2016-17 के लिए 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था, जबकि हमने दिल्ली के अंदर 24 लाख पौधे लगाए। 2017-18 में भी 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था और हमने 19 लाख पौधे लगाए।
इसी तरह 2018-19 में 10 लाख का लक्ष्य था और हमने 19 लाख पौधे लगाए। वहीं 2019-20 में 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य था और हमने 28 लाख पौधे लगाए, जबकि 2020-21 में हमें 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था और 32 लाख पौधे लगाए गए। 2021-22 में हमें 31 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था और अब तक हमने 32 लाख से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं।
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