नई दिल्ली । देश की राजधानी (Delhi) में वायु प्रदूषण (air pollution) तेजी से बढ़ रहा है, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है। इसकी वजह से ना केवल धुंध छाई हुई है बल्कि लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ तक का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है, प्रदूषण लगातार राष्ट्रीय राजधानी की हवा को प्रभावित कर रहा है। बुधवार सुबह आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 402, नजफगढ़ का 414 दर्ज किया गया है, जो ‘गंभीर श्रेणी’ में आता है। वहीं मंदिर मार्ग का वायु गुणवत्ता सूचकांक 364, अशोक विहार का 397 दर्ज हुआ है, ये दोनों ‘बेहद खराब श्रेणी’ में आते हैं।
गौरतलब है कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से दिल्ली की हवा लगातार बिगड़ रही है। दिवाली से पहले केजरीवाल सरकार ने पटाखों पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं एक दिन पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि जो भी पटाखे फोड़ेगा उसके खिलाफ प्रदूषण की रोकथाम एवं नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस अधिनियम के तहत छह साल तक की जेल और एक लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।
गोपाल राय ने दिल्ली के सातों जिलाधिकारियों, दिल्ली पुलिस, पर्यावरण और राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रतिबंध लागू किए जाने के मद्देनजर मानकों पर चर्चा भी की। राय ने कहा, पुलिस वायु (प्रदूषण की रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम के तहत पटाखों पर लागू प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर कार्रवाई कर सकती है।’
उन्होंने कहा कि ऐसे अपराध में जुर्माना लगाए जाने और कम से कम डेढ़ साल से लेकर अधिकतम छह साल तक जेल की सजा का प्रावधान है। गोपाल राय ने कहा कि विशेषज्ञों के मुताबिक, पराली जलाने के कारण दिवाली तक राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ की श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved