नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली (Delhi) के मोहन गार्डन इलाके में स्कूली छात्रा पर तेजाब से हमला (acid attack on schoolgirl) किए जाने के मामले में नया खुलासा (new revelation) हुआ है। आगरा (Agra) की एक कंपनी (company ) ने फ्लिपकार्ट (Flipkart) के जरिए आरोपी सचिन को ऑनलाइन तेजाब मुहैया (acid provided online) कराया था। इस कंपनी ने 600 रुपये में 100 एमएल तेजाब बेचा था। यह खुलासा इस मामले में ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट (e-commerce website flipkart) ने दिल्ली पुलिस की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में किया है। दिल्ली पुलिस अब इस कंपनी के लोगों से पूछताछ करेगी।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने फ्लिपकार्ट को एक और पत्र लिखा था, जिसमें पूछा था कि ऑनलाइन तेजाब बेचने के क्या नियम हैं? हालांकि, इस पत्र का जवाब अभी नहीं आया है। दरअसल आरोपी सचिन ने तेजाब को ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिये खरीदा था। इस बात की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के अलावा दिल्ली महिला आयोग ने भी फ्लिपकार्ट और एक अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट को नोटिस जारी किया था, जिसमें तेजाब की आसानी से उपलब्धता को लेकर सवाल किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह जानकारी भी मिली है कि फ्लिपकार्ट ने तेजाब की बिक्री करने वाली इस कंपनी को फ्लिपकार्ट के मार्किटप्लेस से बाहर भी कर दिया है। वहीं, दिल्ली पुलिस की जांच में शामिल होने के लिए भी कंपनी को बोला गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस कानूनी राय ले रही है कि ऑनलाइन तेजाब मुहैया कराने पर कानून के तहत इस कंपनी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा सकती है। बहरहाल संभावना जताई जा रही है कि इस कंपनी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में बैन लगा दिया था
हमलावर ने फ्लिपकार्ट से तेजाब खरीदकर 14 दिसंबर को एक नाबालिग बच्ची पर फेंक दिया था। इसके बाद सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) ने फ्लिपकार्ट से तेजाब की बिक्री करने के लिए नोटिस जारी किया था। दरअसल भारत में सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में दुकानों पर तेजाब की ओवर-द-काउंटर बिक्री पर बैन लगा दिया था। लेकिन, इसकी ऑनलाइन बिक्री का पता चलने के बाद अब इस दिशा में क्या करना चाहिए। इसे लेकर कानूनी एजेंसियां गंभीरता से विचार कर रही हैं।
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