इंदौर, अमित जलधारी। एक अहम फैसला लेते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने रेल मंत्रालय को महू में गेज कन्वर्जन के लिए 10 एकड़ से ज्यादा जमीन सौंप दी है। रक्षा मंत्रालय ने जमीन की कीमत करीब 32 करोड़ रुपए आंकी। अब रेलवे वहां तेजी से काम शुरू कर सकेगा। यह जमीन महू स्टेशन के पास पातालपानी की ओर स्थित है। हालांकि उक्त जमीन पर कई जगह बाधक निर्माण और अतिक्रमण हैं, जिन्हें रेलवे को स्थानीय प्रशासन की मदद से हटाना होगा।
करीब सालभर से इस जमीन को लेने के लिए पश्चिम रेलवे का निर्माण विभाग कसरत कर रहा था। रक्षा मंत्रालय ने जमीन पर काम करने की अनुमति देने के साथ यह स्पष्ट किया है कि रेलवे इसका उपयोग केवल गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट के लिए ही करेगा। सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कुल 10.0555 एकड़ जमीन रेलवे को मिली है। यह जमीन महू कैंट क्षेत्र के सर्वे नंबर 625, 625-1, 633, 634, 635, 636, 637, 646, 650, 652, 656, 657, 658, 661, 662/134, 666 और 669 से संबंधित है। जमीन की कीमत 31.97 करोड़ रुपए है। हालांकि उक्त जमीन के बदले रक्षा विभाग रेलवे से उसकी मालिकी की 5.42 एकड़ जमीन भी लेगा, जिसकी कीमत 18.59 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई है। रेलवे से जमीन मिलने पर यह राशि 32 करोड़ रुपए में समायोजित कर ली जाएगी। इस तरह रक्षा विभाग रेलवे से बची 13.38 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि वसूलेगा।
ये काम हो सकेंगे
रक्षा विभाग से जमीन नहीं मिलने की वजह से रेलवे अब तक महू यार्ड में दोनों जगह विभिन्न लोकेशन पर काम शुरू नहीं कर पा रहा था। यह जमीन महू स्टेशन से पातालपानी की ओर पहले रेलवे क्रॉसिंग के आसपास तक मौजूद है। सूत्रों ने बताया कि जल्द ही बाधक निर्माण और अतिक्रमण हटाकर यार्ड में स्टेब्लिंग लाइन, यार्ड विस्तार, लूप लाइन बिछाने के काम शुरू हो सकेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved