नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ अग्निपथ स्कीम को लेकर समीक्षा बैठक की. रक्षा मंत्री के अकबर रोड स्थित आवास पर सुबह 10:15 मिनट पर शुरू हुई यह बैठक करीब 2 घंटे तक चली. डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफएयर्स (DMA) के एडिशनल सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, भारतीय वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वी.आर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार आज दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी देंगे.
इसके पहले शनिवार को भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना और वायुसेना प्रमुखों के साथ अग्निपथ स्कीम की समीक्षा की थी, जिसके बाद डिफेंस मिनिस्ट्री की नौकरियों में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया गया. इस समीक्षा बैठक में थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे मौजूद नहीं थे.
वह वायु सेना अकादमी, डुंडीगल में आयोजित संयुक्त स्नातक पासिंग आउट परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने के लिए हैदराबाद में मौजूद थे. रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया कि अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल और रक्षा नागरिक पदों के अलावा रक्षा क्षेत्र के सभी 16 सार्वजनिक उपक्रमों में लागू किया जाएगा. यह आरक्षण भूतपूर्व सैनिकों के लिए मौजूदा आरक्षण के अतिरिक्त होगा.
गृह मंत्रालय ने पहले ही घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के तहत सेनाओं में भर्ती होने वाले अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और असम राइफल्स की भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. अग्निपथ स्कीम के तहत भारतीय वायुसेना 24 जून से भर्ती अभियान शुरू करने जा रही है, तो इंडियन आर्मी की तरफ से भी जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सेना में भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है और इसके लिए युवा तैयारियां शुरू कर दें. उन्होंने कहा, ‘मैं युवाओं से अपील करता हूं कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया कुछ ही दिनों में प्रारम्भ होने जा रही है. वे इसके लिए अपनी तैयारी शुरू करें. युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर सरकार ने भर्ती की आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. यह छूट साल 2022 के लिए दी गई है. इससे बहुत सारे युवाओं को अग्निवीर बनने की पात्रता प्राप्त हो जाएगी.’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved