नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine Tensions) के बीच चल रहे विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा है कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ तो ये मसला दो-तीन मुल्कों का नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भारत (India Role in Ukraine Crisis) चाहता है कि इस समस्या का समाधान बातचीत के जरिए निकले. टीवी9 भारतवर्ष से बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के पक्षधर में है. हमारा मानना है कि इस समस्या का हल बातचीत से हो. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसी दिशा में प्रयास कर रहा है. गौरतलब है कि दोनों ही मुल्कों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्ध की स्थिति या युद्ध की वजह से पैदा हुआ तनाव मौजूदा विश्व परिदृश्य के लिए ठीक नहीं है. ये केवल 2-3 देशों के बीच का मसला नहीं रह जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारी जानकारी के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) में बातचीत का रास्ता खुल रहा है. दोनों नेताओं के बीच जल्दी ही बातचीत होने वाली है. राष्ट्रपति बाइडेन ने बातचीत के लिए सहमति जताई है. सोमवार को व्हाइट हाउस ने कहा था कि राष्ट्रपति बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष पुतिन के बीच वार्ता हो सकती है. लेकिन शर्त ये है कि रूस को यूक्रेन पर हमला नहीं करना होगा.
वहीं, पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) 23 फरवरी को रूस के दौरे पर जाने वाले हैं. दो दशक में ये किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की पहली रूस यात्रा होने वाली है. जब इमरान की रूस यात्रा को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इमरान के रूस जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत युद्ध नहीं बल्कि शांति चाहता है. भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए वहां स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embasy in Ukraine) ने एडवाइजरी जारी की है. यूक्रेन में रहने वाले सभी भारतीयों (Indians in Ukraine) को वापस लाया जाएगा.
दूसरी ओर, चीन के मसले पर बात करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन के साथ बातचीत का सिलसिला जारी है. इसके साथ जारी सभी मसले हल किए जाएंगे. लेकिन हम किसी भी सूरत में देश का मस्तक झुकने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के अखबार ने राहुल गांधी के बयान को झूठा करार दिया उस अखबार ने लिखा कि गलवान में 38 से 50 चीनी सैनिक मारे गए. उन्हें तथ्य से परे बातचीत करने से बचना चाहिए. रक्षा मंत्री ने कहा कि मेरे देश की 1 इंच जमीन किसी को लेने नहीं देंगे. राहुल गांधी को आजाद भारत के इतिहास की जानकारी नहीं है. पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह के समय में चीन ने जरूर कुछ हासिल किया.
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