नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को बड़ा बूस्ट देने की तैयारी कर ली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार सुबह कहा कि मंत्रालय ने 101 आइटम्स की लिस्ट तैयार की है जिनके लिए आयात के बारे में एक संकेत होगा जो टाइमलाइन से परे होगा। सिंह के मुताबिक, यह रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रक्षा क्षेत्र में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने जो लिस्ट बनाई है वह सेना, पब्लिक और प्राइवेट इंडस्ट्री से चर्चा के बाद तैयार की गई है। राजनाथ सिंह के मुताबिक, ऐसे उत्पादों की करीब 260 योजनाओं के लिए तीनों सेनाओं ने अप्रैल 2015 से अगस्त 2020 के बीच लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट्स दिए थे। उनका अनुमान है कि अलगे 6 से 7 साल में घरेलू इंडस्ट्री को करीब 4 लाख करोड़ रुपये के ठेके दिए जाएंगे।
पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तनाव बरकरार है। कुछ फ्रिक्शन पॉइंट्स से चीनी सेना पीछे हटी है मगर देपसांग और पैंगोंग त्सो में टस से मस होने को तैयार नहीं। दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर पर कई दौर की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद, शनिवार को मेजर-जनरल स्तर की बातचीत शुरू हुई है। भारत ने साफ कहा कि देपसांग से चीन को अपने सैनिक वापस बुलाने होंगे।
केंद्र सरकार की तरफ से बॉर्डर पर सेना को ‘फ्री-हैंड’ मिला हुआ है। रक्षा मंत्री भी कह चुके हैं कि सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे। फिलहाल सीमा पर भारत और चीन, दोनों के ही हजारों सैनिक भारी गोला-बारूद के साथ तैनात हैं। तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच, मिलिट्री और डिप्लोमेटिक, दोनों चैनल्स के जरिए बातचीत हो रही है।
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