गुना। दीपावली का त्योहार अब नजदीक ही है। आमजन दीपावली की तैयारियों में इस समय जुटा हुआ है। घरों की सजावट के लिए जरूरी सामान खरीदने लोग बाजार में प्रतिदिन आ रहे हैं। जिससे बाजार में रौनक दिखने लगी है। दुकानदारों को उम्मीद है कि आगामी दिनों में ग्राहकों की और अधिक भीड़ बढ़ेगी। नवरात्र और करवा चौथ पर बाजार में व्यापारियों की अच्छी बिक्री रही जिसे लेकर वे उत्साहित हैं। इसलिए अब उन्हें दीपावली पर अच्छी खरीदारी की उम्मीद जगी है। इन सबके बीच बढ़ते कोरोना संक्रमण से आमजन के साथ दुकानदार व प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। इसलिए संक्रमण से बचने के सभी उपाय करने अभी से जरूरी हैं।
सभी सेक्टर में अच्छी खरीदारी की उम्मीद
दीपावली पर बर्तन बाजार, आभूषण बाजार, आटो मोबाइल सेक्टर तथा गारमेंट की दुकानों पर धूम होती है। अब दीपावली में गिनती के दो दिन शेष हैं। बाजारों में धीरे-धीरे भीड़ बढऩी शुरू हो गई है। मोबाइल व्यापारी संकेत जैन ने बताया कि छह माह बाद बाजार में खरीददारों की रौनक देखने को मिल रही है। त्योहारों के कारण लोगों का बाजार की ओर रुझान बढ़ा है और वे खरीददारी कर रहे हैं। वहीं करवाचौथ में मंदी थी, लेकिन अब दीपावली पर अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है। साथ ही ऑनलाइन बाजार के कारण मोबाइल मार्केट में काफी प्रभाव पड़ा है।
ट्रैफिक का बढ़ा दबाव
शहर के मुख्य बाजार में ट्रैफिक की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समय त्यौहार के चलते बाजार में अधिक भीड़ होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा शहर के हनुमान चौराहा, तेलघानी, एबी रोड स्थित बैंकों के आगे, जयस्तंभ चौराहा, लक्ष्मीगंज, पुरानी सब्जी मंडी, हाट रोड से नीचला बाजार, सदर बाजार में यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है।
सबसे अधिक समस्या तेलघानी चौराहा पर आ रही हैं, क्योंकि यहां नानाखेड़ी मंडी से उपज बेचकर ट्रेक्टर-ट्रॉली पुरानी गल्ला मंडी प्रांगण पहुंचते हैं। जिसके चलते यहां भारी वाहनों से जाम की समस्या बार-बार बन रही है। इस कारण यहां ट्रैफिक का दवाब सबसे ज्यादा रहता है।
बढ़ती भीड़ ने संक्रमण का खतरा बढ़ाया
त्यौहार के चलते जैसे-जैसे बाजार में भीड़ बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा एक हजार के पार हो चुका है।
गुरुवार से है पर्व की शुरुआत
इस बार 14 नवंबर को दीपावली है। 12 नवंबर को धनतेरस से पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत होगी। 13 नवंबर रूपचौदस, 14 नवंबर को महालक्ष्मी पूजन, 15 नवंबर को गोवर्धन पूजा, 16 नवंबर को भाईदूज के साथ उत्सव का समापन होगा। उत्सव को लेकर व्यापारियों ने खास तैयारियां की है। घर, दुकानों व प्रतिष्ठानों पर रंग-रोगन, साफ-सफाई के बाद अब सजावट का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। हर कोई दीपोत्सव को खास बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है।
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