कृषि बिल पर विपक्ष को लिए आड़े हाथ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना के स्थापना दिवस के मौके पर उनकी जयंती के अवसर पर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू और अन्य पार्टी नेताओं ने आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि दी।
दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, समाज के रूप में भारत को बेहतर बनाने के लिए दीन दयाल जी का योगदान पीढ़ियों को प्रेरित करने वाला है। दीनदयाल जी ही थे, जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति,अर्थनीति, समाजनीति, राजनीति सभी पहलुओं पर भारत के अथाह सामर्थ्य के हिसाब से तय करने की बात मुखरता से कही थी।’
इसके साथ ही उन्होंने नए कृषि बिल के विरोध में देशव्यापी किसान आंदोलन के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि आजादी के इतनों सालों बाद भी किसान और श्रमिक के लिए की गई बातें खोखली ही थी। उन्होंने कहा ‘आजादी के अनेक दशकों तक किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगे, बड़े-बड़े घोषणा पत्र लिखे गए, लेकिन समय की कसौटी ने सिद्ध कर दिया है कि वो सारी बातें कितनी खोखली थीं, सिर्फ नारें थे। देश अब इन बातों को भली भांति जानता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि ‘किसानों को ऐसे कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसके कारण वो अपनी ही उपज को, अपने मन मुताबिक बेच भी नहीं सकता था। नतीजा ये हुआ कि उपज बढ़ने के बावजूद किसानों की आमदनी उतनी नहीं बढ़ी. हां, उन पर कर्ज जरूर बढ़ता गया।’
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