नई दिल्ली। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex reserves) 3 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में 8.895 अरब डॉलर बढ़कर 642.453 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
आरबीआई के मुताबिक पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। यह आयात को समर्थन देने के लिए आर्थिक संकट की स्थिति में अर्थव्यवस्था को बहुत आवश्यक मदद उपलब्ध कराता है। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 24 सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में इसमें 99.7 करोड़ डॉलर की गिरावट आई थी और यह 638.646 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। उससे पहले तीन सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में यह 8.895 अरब डॉलर बढ़कर 642.453 अरब डॉलर हो गया था।
वहीं विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट विदेशी मुद्रा संपत्तियां (एफसीए) में कमी से आई है। एफसीए 1.28 अरब डॉलर घटकर 575.451 अरब डॉलर रह गईं। विदेशी मुद्रा संपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है।
जबकि देश का स्वर्ण भंडार 12.8 करोड़ डॉलर बढ़ा और 37.558 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास मौजूद देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 13.8 करोड़ डॉलर घटकर 19.24 अरब डॉलर रह गया।
विदित हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) अपने सदस्यों को बहुपक्षीय ऋण देने वाली एजेंसी में उनके मौजूदा कोटा के अनुपात में सामान्य एसडीआर का आवंटन करता है।
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