नई दिल्ली। दिसम्बर में भारतीय बाजार में 68,558 करोड़ रुपये के निवेश के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय बाजारों में लगातार तीसरे महीने शुद्ध रूप से खरीदार बने रहे। विदेशी निवेशकों की उभरते बाजारों में निवेश करने की रुचि लगातार बढ़ रही है और भारत इसमें से एक बड़ा हिस्सा हासिल करने में सफल रहा है।
नेशनल सिक्युरिटी डिपोजिटरीज लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में विदेशी निवेशकों ने शेयरों में शुद्ध रूप से रिकार्ड 62,016 करोड़ रुपये और बांड में 6,542 करोड़ रुपये निवेश किए। दिसम्बर में भारतीय बाजार में उनका शुद्ध रूप से कुल निवेश 68,558 करोड़ रुपये रहा। नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी (एनएसडीएल) के एफपीआई निवेश के आंकड़े जारी करने की शुरुआत के बाद से इक्विटी में यह सर्वाधिक निवेश बताया जा रहा है। इससे पहले, एफपीआई ने नवम्बर में इक्विटी में सर्वाधिक 60,358 करोड़ रुपये निवेश किए थे।
आंकड़ोँ के अनुसार, एफपीआई अक्टूबर और नवंबर में शुद्ध रूप से खरीदार थे। एफपीआई ने अक्टूबर में 22,033 करोड़ रुपये और नवंबर में 62,951 करोड़ रुपये निवेश किए। ग्रो के सह-संस्थापक और सीओओ हर्ष जैन ने बताया, “विदेशी निवेशक कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों से पैसा निकाल मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट की कंपनियों में लगा सकते हैं। इसका कारण यह है कि बड़ी कंपनियों के शेयरों ने अब तक ज्यादा निवेश आकर्षित किया है और अब वैल्यूएशन काफी महंगी हो गई है।”
विदेशी निवेशकों का भरोसा इक्विटी बाजार पर मजबूत हुआ है। जैन ने बताया कि कोरोना के टीके की सफलता आर्थिक गतिविधियों में जान फूंक सकती है। इससे 2021 में भी निवेश में तेजी बनी रह सकती है। (एजेंसी, हि.स.)
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