जयपुर: राजस्थान में पड़ रही भीषण गर्मी से कई लोग गंवा चुके हैं. हीट स्ट्रोक से लगातार आ रही मौत की खबरों से सरकार में हड़कंप मच गया है. उसके बाद हीट स्ट्रोक को लेकर उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई. बैठक में स्वास्थ्य विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने कहा कि हीट स्ट्रोक से होने वाली मौतों की ऑडिट कराई जाएगी. एसीएस ने सभी चिकित्सा संस्थानों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं. हीट वेव से उपजे हालात का मुकाबला करने के लिए युद्ध स्तर पर पूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं. अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
राजस्थान में तापमापी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. पश्चिमी राजस्थान के फलौदी में शुक्रवार को तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं इससे सटे बाड़मेर और जैसलमेर में भी पारा 48 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है. पूरा राजस्थान जबर्दस्त हीटवेव की चपेट में है. हीट स्ट्रोक के कारण मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को हीट स्ट्रोक से आठ मौतें होने के मामले सामने आए थे. उससे एक दिन पहले यह संख्या 15 तक पहुंच गई थी.
हीट स्ट्रोक से होने वाली मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आलाधिकारियों ने निर्देश दिए हैं कि डेथ ऑडिट कमेटी की जांच के बाद ही हीट स्ट्रोक से मौतों की रिपोर्टिंग की जाए. चिकित्सा संस्थानों में होने वाली मौतों की डेथ ऑडिट कमेटी की ओर से प्रोटोकॉल के अनुसार की जांच की जाए. उसके बाद ही आईएचआईपी पोर्टल पर इसकी रिपोर्टिंग की जाए. एसीएस शुभ्रा सिंह ने कहा कि किसी रोगी के मृत्यु के कई कारण हो सकते हैं. इसलिए डेथ ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही यह घोषित किया जाए कि मौत का कारण हीट स्ट्रोक है.
दूसरी तरफ राज्य आपदा प्रबंधन एवं सहायता नागरिक सुरक्षा विभाग ने हीटवेव से अब तक महज 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है. विभाग की अनुसार हीटवेव से अब तक सर्वाधिक 3 लोगों की मौत बालोतरा में हुई है. इनके अलावा हीटवेव से 1-1 मौत भीलवाड़ा, बीकानेर और जोधपुर में होने की पुष्टि की गई है. आधा दर्जन लोगों की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है. इनमें अलवर में 1, जालोर में 4 और जैसलमेर में एक शख्स की हुई मौत की रिपोर्ट का इंतजार है.
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