इंदौर। वाहन दुर्घटनाओं (vehicle accidents ) में लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। जहां लॉकडाउन (lockdown ) होने के बाद शहर में दुर्घटना (accident) में मौत के मामले 35 प्रतिशत बढ़े, वहीं अनलॉक में 10 प्रतिशत। अब दुर्घटनाओं (accidents) का कारण पता लगाकर उन्हें रोकने के लिए उपायुक्त ऐसे स्थानों का सर्वे करवा रहे हैं, जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं (accidents) हुई हैं।
2019 में शहर (City ) में वाहन दुर्घटनाओं (accidents) में 328 लोगों की मौत हुई थी। 2021 शहर में कारोना काल था और लॉकडाउन (lockdown ) भी लगा हुआ था। इसके बावजूद शहर में वाहन दुर्घटनाओं में 459 लोगों की मौत हुई थी। इस साल वाहन दुर्घटनाओं (accidents) में होने वाली मौत का आंकड़ा 35 प्रतिशत बढ़ गया था। अनलॉक की बात करें तो 2021 में शहर में अनलॉक (unlocked ) की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन इसके बावजूद इस साल वाहन दुर्घटनाओं (accidents) में मौत का आंकड़ा 10 प्रशित बढ़ा और 484 लोगों की मौत हुई। अब शहर में पुलिस (police ) कमिश्नरी सिस्टम लागू हो गया है। इसके बाद पुलिस (police ) दुर्घटनाओं (accidents) में मौत को रोकने के लिए काम कर रही है।
यातायात उपायुक्त महेशचंद्र जैन (Maheshchandra Jain ) ने बताया कि उनका प्रयास है कि इस साल कम से कम आंकड़ा न बढ़े। इसके लिए उन्होंने एक सर्वे शुरू करवाया है, ताकि पता लग सके कि किस चौराहे पर क्यों दुर्घटनाएं (accidents) हो रही हैं। यह पता लगने के बाद उस चौराहे पर सुधार किया जाएगा। उनका कहना है कि कई जगह पर लोगों ने हाईवे पर बीच में रास्त बना लिया है, जिसके कारण लोग सडक़ पर आ जाते हैं तो दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। कुछ स्थानों पर वनवे में घुसने से दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे सभी स्थानों को चिह्नित कर सुधार किया जाएगा, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
सात दिन में टीम जुटाएगी जानकारी
जैन के अनुसार कुछ टीमें अलग से इस काम के लिए लगाई गई है। उनसे कहा गया है कि सर्वे कर सात दिन में रिपोर्ट दें। इसके बाद बाकी एजेंसियों के साथ मिलकर ऐसे स्पॉट पर सुधार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सर्वाधिक दुर्घटनाएं बायपास रिंगरोड पर
जैन का कहना है कि शहर में हत्याओं से चार गुना अधिक लोगों की मौत दुर्घटना में होती है। इसको रोकने की आवश्यकता है। पिछले सालों में लॉकडाउन के चलते कई लोग एक शहर से दूसरे शहर गए थे, इसके चलते दुर्घटनाएं (accidents) बढ़ी हैं। सबसे अधिक दुर्घटनाएं इस कारण बायपास ( bypass ) और रिंग रोड (ring road) पर हुई हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved