– आईसीयू में भी बढऩे लगे हैं मरीज, डॉक्टरों ने कहा-कोरोना की साइकल तोडऩा जरूरी
इन्दौर। पिछले एक सप्ताह से कोरोना मरीजों की मृत्यु के आंकड़ों में कमी आई है, लेकिन संख्या बढऩे के कारण डॉक्टर चिंतित हैं और उन्होंने प्रशासन को सुझाव दिया कि कोरोना की साइकल तोडऩा जरूरी है, नहीं तो ये संख्या शहर में नई तकलीफ पैदा कर देगी। आईसीयू में मरीजों की संख्या बढऩे के बाद अब लक्षण वाले मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है।
कल रेसीडेंसी कोठी पर आयोजित बैठक में सांसद, संभागायुक्त, कलेक्टर और सांसद के साथ स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज के सभी प्रभारी डॉक्टर मौजूद थे। बैठक में मुख्य रूप से यह बात सामने निकलकर आई कि शहर में कोरोना संक्रमण के जो आंकड़े बढ़े हैं वे भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बढ़े हैं, लेकिन राहत की बात है कि 5 जुलाई से मृत्युदर में कमी आई है। 7 जुलाई को केवल 1, 8 जुलाई को 2 और 10 जुलाई को 1 मृत्यु कोरेाना से हुई है। कल इसकी संख्या 2 हो गई। हालांकि इसके पहले अप्रैल और मई में मृत्यु का आंकड़ा बढ़ गया था। डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि पिछले 3 दिनों से जो मरीज सामने आ रहे हैं वे आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं। बैठक में पिछले 7 दिन की जानकारी भी प्रशासन के समक्ष रखी गई, जिसमें बताया गया कि अब कोरोना संक्रमण की साइकल तोडऩा जरूरी है और ये तभी होगा, जब लोग एक-दूसरे के संपर्क में न आएं। इसको लेकर एक डॉक्टर ने यह भी कहा कि अगर शहर में 7 दिन का लॉकडाउन नहीं किया जा सकता है तो 3-3 दिन का लॉकडाउन किया जाए, जिससे साइकल को तोड़ा जा सके। इसके साथ ही अब कोरोना के लक्षण भी संक्रमितों में नजर आने लगे हैं। वहीं जो मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, उससे आईसीयू में भी मरीजों की संख्या बढऩे लगी है।
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