भोपाल। दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में हुए सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपी आईएम के आतंकी आरिज खान (Ariz Khan) को दी गई फांसी की सजा स्वागत योग्य है। कोर्ट के इस निर्णय से बेकसूर नागरिकों का खून बहाने वाले आतंकियों को तो संदेश मिलेगा ही, इससे यह भी साबित हो गया है कि कांग्रेस और विरोधी दल सिर्फ अपनी वोट बैंक की राजनीति के चलते बाटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे थे और एक बहादुर पुलिस अधिकारी की शहादत का अपमान कर रहे थे। अपने इस पाप के लिए सोनिया गांधी और दिग्विजय सिंह (Sonia Gandhi and Digvijay Singh) जैसे नेताओं को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वं सांसद विष्णुदत्त शर्मा (State President and MP Vishnudutt Sharma) ने बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कही।
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ( VD Sharma) ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने इस एनकाउंटर में आतंकियों की मौत पर अफसोस जताया था। यही नहीं, बल्कि कांग्रेस, वामपंथियों, सलमान खुर्शीद, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी जैसे नेताओं ने इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाया था। ममता बनर्जी ने तो खुले मंच से न्यायिक जांच की मांग करते हुए यह दावा किया था कि अगर वे गलत निकलती हैं, तो राजनीति छोड़ देंगी। वहीं, कांग्रेस (Congress) के ही दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं ने देश के लिए अपने प्राण देने वाले इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा की शहादत का अपमान किया था। श्री शर्मा ने कहा कि अब जबकि इस मामले में अदालत का फैसला आ गया है, सोनिया जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्हें इस फैसले पर भी अफसोस है? क्या दिग्विजय सिंह अब भी इस एनकाउंटर को फर्जी मानते हैं? श्री शर्मा ने कहा कि कोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया है कि कांग्रेस हमेशा आतंकियों की तरफदारी करती रही है और वोट बैंक को साधने के लिए बेकसूर नागरिकों का खून बहाने वालों की पीठ पर भी अपना हाथ रखने में संकोच नहीं करती।
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