इंदौर। जिला जेल में बंद कुख्यात भूमाफिया रामसुमिरन कश्यप की बीती देर रात जेल में मौत हो गई। वह पिछले एक साल से जेल में बंद था। रामसुमिरन एरोड्रम और बाणगंगा क्षेत्र का बड़ा भूमाफिया था। उसके परिजनों ने आरोप लगाया है कि दिल की बीमारी से पीड़ित रामसुमिरन को कई बार आवेदन करने के बावजूद निजी अस्पताल में उपचार की इजाजत नहीं दी गई।
भूमाफिया रामसुमिरन को शुगर, बीपी, और हार्ट की बीमारी थी। सोमवार रात करीब साढ़े 12 बजे उसकी अचानक तबियत बिगड़ी तो जेल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिला जेल अधीक्षक अजमेरसिंह ठाकुर का कहना है कि वह पहले से ही बीमार था। उसका इलाज भी चल रहा था। रामसुमिरन कश्यप पर शासकीय जमीनों पर कालोनी काटने और एक ही प्लाट कई लोगों को बेचने के मामलों में अलग-अलग थानों की पुलिस ने प्रकरण दर्ज किए थे। उसने अनेक लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की थी। रामसुमिरन के खिलाफ एरोड्रम और बाणगंगा थाना सहित अन्य थानों में जमीनों की धोखाधड़ी के मामलों में अनेक अपराध दर्ज थे। वह अपनी कालोनियों में एक ही प्लाट एक से अधिक लोगों को फर्जी दस्तावेजों से बेचकर उनसे रुपए ऐंठ लेता था। लंबे समय तक फरार रहे भू-माफिया रामसुमिरन कश्यप को एरोड्रम पुलिस और ईओडब्ल्यू ने अगस्त 2019 में घेराबंदी कर पकड़ा था। उसके खिलाफ एरोड्रम थाने में धोखाधड़ी के दो और ईओडब्ल्यू में भी केस दर्ज थे।