नई दिल्ली । गौतम गंभीर(gautam gambhir) अपने एग्रेशन (Aggression)के लिए जाने जाते हैं। मैदान पर अनेक मर्तबा उनका आक्रामक रवैया देखने मिला है। गंभीर जब से भारतीय टीम के हेड कोच(head coach of indian team) बने हैं तब से उनकी आक्रामक शैली(Aggressive Style) और भी ज्यादा चर्चा में है। भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने गंभीर के एग्रेसिव रवैये को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि गंभीर की आक्रामकता कभी भी गैर जरूरी नहीं रही। कार्तिक ने कहा कि गंभीर अतीत में अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिए ही आक्रामक होते नजर आए हैं।
कार्तिक का मानना है कि मौजूदा दौर के खिलाड़ी कोच गंभीर के एग्रेशन का लुत्फ उठाएंगे। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व विकेटकीपर ने चेन्नई में लीजेंड्स लीग क्रिकेट के एक कार्यक्रम से इतर कहा, ”वह अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिए ही आक्रामक होता रहा है। मौजूदा दौर के खिलाड़ी इसका आनंद उठाएंगे। वह बिना वजह क्रोधित नहीं होता।” कार्तिक ने कहा, ”मुझे यकीन है कि जब भी जरूरत होगी, वह सख्ती से पेश आएगा। ऐसा खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने के लिए ही होगा।”
भारत और बांग्लादेश के बीच गुरुवार (19 सितंबर) से दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। पहला टेस्ट में चेन्नई में खेला जाना है। यह गंभीर की बतौर कोच पहली टेस्ट सीरीज है। कार्तिक का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट में कोचिंग का अनुभव नहीं होना गंभीर के जेहन में होगा। उन्होंने कहा, ”उसने कई टी20 टूर्नामेंटों में कोचिंग की है लेकिन बतौर कोच यह टेस्ट सीरीज उसके लिए नई होगी और यह उसके जेहन में जरूर होगा। वह खेल की नब्ज समझता है जो एक कोच के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।”
पहला टेस्ट लाल मिट्टी वाली पिच पर खेले जाने की संभावना है, जो तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार होती है। भारत के खिलाड़ियों ने दो दिनों तक लाल मिट्टी वाली पिच पर अभ्यास करने के बाद मंगलवार को काली मिट्टी से बनी पिच पर अभ्यास किया था। टीम ने धूप और गर्मी के बीच अभ्यास सत्र में जमकर पसीना बहाया। काली मिट्टी वाली पिच स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। भारतीय टीम बुधवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग ले सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved