सिडनी। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों में खराब ओपनिंग जोड़ी की परेशानी से जूझ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australian Team) की परेशानी सिडनी टेस्ट (Sydney Test) में भी खत्म नहीं हुई। अपने अनुभवी सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) को पूरी तरह से फिट न होने के बावजूद उतारने का फैसला भी ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में नहीं गया और मैच की दोनों पारियों में वह सस्ते में ही निपट गए। इसके बावजूद टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली।
हालांकि, डेविड वॉर्नर के लिए ये टेस्ट पूरी तरह से बेकार रहा और दोनों पारियों में जितने रन उन्होंने बनाए, वह 2012 के बाद उनका सबसे खराब प्रदर्शन है। भारत के खिलाफ पिछले साल नवंबर में वनडे सीरीज के दौरान वॉर्नर चोटिल हो गए थे। इसके चलते वह टी20 सीरीज नहीं खेल पाए थे और टेस्ट सीरीज के पहले 2 मैचों में भी बाहर ही थे।
तीसरे टेस्ट मैच के लिए भी उनकी फिटनेस पर संदेह था, लेकिन एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग की जो दुर्गति हुई, उसको देखते हुए टीम ने वॉर्नर को लेकर खतरा उठाया। खुद डेविड वॉर्नर ने कहा था कि वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं, लेकिन सिडनी टेस्ट में खेलेंगे। यहां तक आशंका जताई गई कि सिडनी टेस्ट में खेलने के बाद वॉर्नर ब्रिस्बेन में होने वाला सीरीज का आखिरी टेस्ट भी मिस कर सकते हैं।
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