उज्जैन (Ujjain)। उज्जैन (Ujjain) जिले के नरवर के झाला वंशज राजपरिवार (Jhala Descendants Royal Family) एक बार फिर चर्चा में है। इस बार संपत्ति विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है। राजघराने के राजकुमार और महारानी (prince and queen) के पोते हिमावत सिंह और इकलौती बहू कनकबलि (Himawat Singh and the only daughter-in-law Kanakabali) ने पिछले डेढ़ साल से लापता 95 साल की महारानी अनिला कुमारी की हत्या का आरोप लगाया है। रविवार देर शाम आरोप है कि महारानी की बेटी विभा सिंह ने 100 करोड़ की जमीन हथियाकर महारानी को मार डाला है। इसके बाद कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पावर ऑफ अटॉर्नी ले ली।
बता दें कि हिमावत सिंह झाला एवं उनकी माता कनकबली सिंह झाला द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सनसनीखेज आरोप लगाया है। हिमावत सिंह झाला ने कहा नरवर स्थित उनकी संपत्ति हथियाने और षडयंत्र पूर्वक उनके परिजनों हत्या करने में उनकी बुआ विभा सिंह का हाथ है। विभा सिंह के सहयोगी भू माफिया व एक बड़े जनप्रतिनिधि मेरी जमीन हड़पना चाहते हैं। आरोप लगाए गए कि उनकी दादी स्व.अनिला झाला की हत्या की गई है।
हिमावत ने आरोप लगाया कि मेरी बुआ विभा सिंह दादी अनिला झाला को एक अलग कमरे में बंद रखती थी। मुझे एवं मेरी माता जी को उनसे मिलने नहीं देती थी। उनके अस्वस्थ होने का फायदा उठाया और पैतृक संपत्ति हथियाने के लिए षडयंत्र रचा गया। अब मैं उक्त जनप्रतिनिधि की शिकायत भी दिल्ली से लेकर भोपाल तक करूंगा जिसके लिए मैं सारे एविडेंस एकत्रित कर रहा हूं।
बुआ विभा सिंह पर आरोप लगाया कि एसडीएम के आदेश के बावजूद दादी से हमे मिलवाना नहीं चाहती थी, क्योंकि षड्यंत्र का पर्दाफाश हो जाता। ऐसे में बुआ विभा सिंह द्वारा उज्जैन शहर के भूमाफिया एवं जिले के एक बड़े जनप्रतिनिधि का सहयोग लेते हुए दादी को हमारे पैतृक निवास से बलपूर्वक रजिस्ट्रार कार्यालय विल संपादित करवाने की मंशा से ले गई थी।
हिमावत सिंह ने मीडिया को बताया कि में स्वयं व मेरे साथ अन्य ग्रामीण जन दादी और इनका पीछा करते हुए रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच गए।जहां पर रजिस्ट्रार महोदय ने मानसिक अक्षमता के चलते विल संपादित करने से इंकार कर दिया। यहां वहीं से इन्होंने आनन-फानन में रतलाम पंजीयक कार्यालय में भी प्रयास किया गया लेकिन वहां पर भी कोई कामयाबी इन्हें नहीं मिल सकी।पूर्व में भी रजिस्ट्रार कार्यालय उज्जैन के कर्मचारियों व इनके एक वकील द्वारा घर में दाखिल होकर दादी के दस्तावेजों को संपादित करने का षड्यंत्र रचा गया जिसकी आपत्ति लेने पर व ग्रामीणजनों के एकत्रित होने पर इन्हें वापस जाना पड़ा। जिसकी शिकायत पुलिस थाना नरवर में दर्ज कराई गई थी।
हिमावत सिंह ने आरोप लगाया कि जिस प्रकार की आशंका थी हुआ भी वही दिनांक 16 मार्च 2023 हम सबके लिए एक घातक दिन आया। जिस दिन अन्य प्रकरण की सुनवाई के दौरान एसडीएम के न्यायालय में 1 माह पूर्व मेरी दादी की मृत्यु को उद्घाटित किया गया। उनका क्रियाकर्म कहां किया गया वह किन लोगों द्वारा किया गया यह आज दिनांक तक हमें कुछ पता नहीं चल सका है। उक्त घटनाक्रम के बाद हमारे रिश्तेदार व ग्रामवासियों में काफी आक्रोश था। क्योंकि मेरा परिवार एक राज परंपरा से आता है। इसलिए मेरी दादी स्वर्गीय अनिला झाला की संपत्ति हथियाने की साजिश में पहले तो दूर रखना फिर उनकी हत्या करवा देना, कोई मामूली बात नहीं थी।
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